बनारस में ब्लैक फंगस से संक्रमित पहली महिला मरीज ने शनिवार को सर सुंदरलाल अस्पताल (बीएचयू) में दम तोड़ दिया। वहीं फंगस से संक्रमित छह और नए रोगी चिह्नित किए गए हैं।
मूलरूप से बिहार निवासी 58 वर्षीय तनिमा मित्रा का परिवार कई वर्षों से मौढ़ेला में रह रहा है। पिछले सोमवार को ब्लैक फंगस से गंभीर रूप से संक्रमित होने पर तनिमा को बीएचयू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार को ऑपरेशन से पहले उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। इसके बावजूद प्राण रक्षा को महत्व देते हुए डॉक्टरों ने उनका ऑपरेशन करने का निर्णय किया। संक्रमण इतना अधिक था कि महिला की बाईं आंख के साथ बाईं तरफ की नाक, बायां जबड़ा और गाल के ऊपर की हड्डी भी निकालनी पड़ी थी। ऑपरेशन के बाद डाक्टरों को उम्मीद थी कि जान बच जाएगी, लेकिन ऐसा हो न सका। ऑपरेशन के कुछ ही देर बाद तनिमा को आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था। तनिमा का अंतिम संस्कार दोपहर में सामने घाट स्थित अस्थायी श्मशान पर किया गया। मुखाग्नि उनके पति अजय मित्रा ने दी।
सर सुंदरलाल अस्पताल (बीएचयू) में शनिवार को ब्लैक फंगस के संक्रमण से ग्रसित छह और मरीजों को चिह्नित किया गया है। सभी के आंख और नाक में संक्रमण पाया गया है। अस्पताल के नाक, कान और गला (ईएनटी) विभाग के डॉक्टरों के अनुसार आगे के उपचार के लिए भर्ती करने से पहले इन मरीजों की आरटी-पीसीआर जांच कराई गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद सभी को भर्ती किया जाएगा। फिलहाल उन्हें आवश्यक दवाएं दी गई हैं, ताकि संक्रमण बढ़ने की गति को कम किया जा सके।
चिकित्सकों के अनुसारछह नए रोगियों के मिलने के साथ ही जिले में ब्लैक फंगस संक्रमित रोगियों की संख्या 29 हो गई है, जिनमें एक की मौत हो चुकी है। पहले से इमरजेंसी में भर्ती तीन मरीजों की स्थित यथावत है। अब तक उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट नहीं मिली थी। चिकित्सकों का दावा है कि अस्पताल में भर्ती संक्रमित सभी मरीजों का दवा से संक्रमण रोकने में काफी हद सफलता मिली है। सभी के स्वास्थ्य की प्रतिदिन निगरानी की जा रही है।