गाजीपुर जिले के करंडा थाना क्षेत्र के चोचकपुर शवदाह स्थल के पास बृहस्पतिवार शाम को 15 शव दिखने से गांव में हड़कंप मच गया। पुलिस ने आठ शवों को बाहर निकलवाया। जबकि सात शव गंगा की तेज धारा में बह गए। बृहस्पतिवार देर शाम गांव के कुछ लोग अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर घाट पर गए थे। इसी दौरान उनकी नजर गंगा में किनारे उतराए शवों पर पड़ी।
लोगों ने तत्काल इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। बाद में पुलिस ने मजदूरों की मदद से आठ शवों को तो बाहर निकलवा लिया, लेकिन सात शव अधिक गहरे पानी में होने के कारण गंगा की धारा में बह गए। पुलिस ने चार शवों का बृहस्पतिवार और चार का अंतिम संस्कार शुक्रवार को कराया।
इधर दूसरे दिन शवदाह स्थल पर पहुंचे थानाध्यक्ष एवं राजस्व विभाग की टीम ने लोगों से शवों का जलप्रवाह न करने की अपील की। कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर लोग पैसा न होने पर जिला एवं पुलिस प्रशासन को सूचना दे सकते हैं, जिससे शव का अंतिम संस्कार कराया जा सके।
इधर ग्रामीणों द्वारा जलप्रवाह का आरोप लगाने पर थानाध्यक्ष ने दो पुलिस कर्मियों की शवदाह स्थल पर तैनाती कर दी। इस संबंध में करंडा थानाध्यक्ष अजय कुमार पांडेय ने बताया कि मिले शवों का अंतिम संस्कार करा दिया गया है। जलप्रवाह न हो, इसके लिए पुलिस तैनात कर दी गई है। गौरतलब है कि बीते चार-पांच दिनों में गाजीपुर जिले के विभिन्न घाटों पर 100 से ज्यादा शव बरामद किए गए हैं।