स्थानीय पुलिस ने रविवार की रात मधुबन गांव में संचालित अवैध शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। भारी मात्रा में अवैध शराब, खाली शीशी, ढक्कन, रैपर, पैकिग मशीन आदि अन्य उपकरण बरामद हुए। साथ ही चार लोग गिरफ्तार किए गए। पुलिस की इस कार्रवाई से ऐसे कारोबारियों में हलचल मची हुई है। थानाध्यक्ष जितेंद्र बहादुर सिंह अपनी टीम के साथ बिहारीगंज अनौनी मार्ग पर रविवार की शाम चेकिग कर रहे थे। उस दौरान एक ही साथ आ रहे स्कार्पियो, एक कार और एक बोलेरो की तलाशी के लिए रोका तो तीनों चालक गाड़ी से कूदकर खेतों से भागने लगे।
पकड़े गए मधुबन निवासी राहुल यादव ने बताया कि तीनों गाड़ियों में एक हजार लीटर अल्कोहल और सिथेटिक कलर रखा है। इसे मधुबन स्थित अपने घर ले जा कर नकली शराब बनाने में इस्तेमाल किया जाना है। नकली शराब बनाने की बात सुनते ही पुलिस के कान खड़े हो गए। थानाध्यक्ष ने भारी पुलिस बल के साथ रात में ही राहुल की निशानदेही पर उसके घर के बगल से एक हजार लीटर अल्कोहल, 312 शीशी अवैध अपमिश्रित शराब, एक डीसीएम, 548 खाली शीशी, 1488 ढक्कन, भारी मात्रा में रैपर, दो शराब बनाने का यंत्र, पैकिग मशीन, गत्ता और अन्य उपकरण भी बरामद किए। मौके से वाराणसी जिले सारनाथ निवासी सूरज राजभर, अकथा निवासी विकास जायसवाल और युधिष्ठिर यादव निवासी सिंहपुर सैदपुर को गिरफ्तार कर लिया गया।
पंचायत चुनाव के लिए मिले थे आर्डर
राहुल ने बताया कि पंचायत चुनाव में भारी मात्रा में शराब बांटने के लिए आर्डर मिले थे। इसकी पूर्ति करने के लिए केमिकल और सिथेटिक कलर लाया जा रहा था। एक लीटर केमिकल से पांच लीटर अंग्रेजी और देशी नकली शराब बनाया जाना था। क्षेत्राधिकारी सैदपुर बीएसबी कुमार ने एसओ सहित सभी पुलिसकर्मियों की सराहना की।