आजमगढ़ में सड़क हादसे के दौरान घायल सैनिक रवि पाण्डेय ने रविवार को भोर में वाराणसी स्थित ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। रवि उस लड़की का छोटा भाई था जिसका तिलक चढ़ने के लिए लोग गए थे। इस हादसे में पांच लोगों की जान जा चुकी है। जिसमें से चार की घटना के दिन ही मौत हो गई थी। बहन को सुहाग के लाल जोड़े में देखने का सपना संजोए रवि ने हमेशा के लिए आंखें बंद कर ली। उसकी मौत की खबर को बाद परिवार और रिश्तेदारों में कोहराम मच गया। परिजन दौड़कर वाराणसी पहुंचे और उसका शव लेकर गांव आए। वहीं घायल अन्य लोगों की हालत भी चिंताजनक है।
मऊ से तिलक चढ़ाकर लौट रहे गाजीपुर के कार सवार अब तक पांच लोगों को हादसे निगल लिया। आजमगढ़ के सोहुअल में हादसे का शिकार हुए मरदह में लहुरापुर के पांच परिवारों में कोहराम मचा है। हादसे में जान गवांने वालों में तिलक चढ़ाने वाले युवती का सैनिक भाई, रिश्तेदार समेत ग्रामीण भी शामिल थे। रवि पांडे की कल से हालत चिंताजनक बनी थी। रवि की मौत के बाद हादसे में मृतकों की संख्या पांच हो गई।
शनिवार की देर रात आजमगढ़ में पोस्टमार्टम के बाद हादसे में मृत रामचीज सिंह, सच्चिदानन्द सिंह, देवेश शर्मा का शव लहुरापुर व जनार्दन चौहान का शव भोजापुर स्थित उनके आवास पर पहुंचा। एक साथ चार शवों के गांव में पहुंचने पर गांव में परिजनों के रोने-बिलखने से पूरे गांव गमगीन बना रहा। लहुरापुर गांव के तीनों मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार गाजीपुर शहर स्थित श्मशानघाट पर किया गया। एक साथ जल रही तीन चिताओं को देख घाट पर पहुंचे ग्रामीणों की आंखें आंसुओं से भरी रहीं। भोजापुर गांव निवासी हादसे में मृत जनार्दन चौहान का अंतिम संस्कार रविवार की सुबह गाजीपुर स्थित श्मशानघाट पर किया गया।