स्थानीय तहसील क्षेत्र के सायर राजमलबांध घाट पर जाने वाली सड़क पर आसपास के घरों का पानी लगने की वजह से लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। सायर गांव कर्मनाशा नदी के तट पर बसा है। यूपी और बिहार का बॉर्डर है। यहां पर सायर घाट व राजमलबांध (पकवालिया) घाट पर लोग नाव के सहारे आते-जाते हैं, लेकिन मार्ग पर आसपास के घरों का पानी रोड पर बहता है। पानी की निकासी ना होने की वजह से घरों का पानी सड़क पर पसरा रहता है।
इससे लोगों को आवागमन में मुश्किल होती है। इस सड़क पर प्रतिदिन क्षेत्र के अलावा बिहार राज्य के लोग काफी संख्या में आते-जाते हैं, लेकिन इस पर पानी इकट्ठा होने की वजह से काफी कठिनाई होती है। सायर गांव के लोग सब्जी बेचने के लिए इसी सड़क से बिहार राज्य को साइकिल व बाइक सहित पैदल जाते व आते हैं। इसपर पानी इक्ट्ठा होने की वजह से सड़क पर जगह-जगह गड्ढा हो गया है, जो आसपास का पानी उसी गड्ढे में जाकर भर जाता है। अनजान लोगों को पता नहीं है कि कितना गड्ढा है।
इस पर वह कई बार गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं। सायर गांव में बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती होती है और इस गांव की अधिकतर जीविका खेती पर ही निर्भर है। लोग सब्जी बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं, लेकिन सड़क खराब होने की वजह से उन्हें सब्जी बेचने जाने में कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ती है। उन्हें घूम कर इस सड़क से न होकर दूसरी तरफ से जाना पड़ता है, जिसमें लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। इसे ठीक नहीं कराये जाने से ग्रामीणों में नाराजगी बनी है।