अप्रैल की शुरुआत में ही मौसम ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। सुबह होते ही तेज धूप व दोपहर में लू का थपेड़ा चलने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा ने बताया कि अधिकतम तापमान 35 एवं न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं मुहम्मदाबाद सीएससी के चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि सिर में भारीपन और दर्द का अनुभव होना, तेज बुखार के साथ मुंह का सूखना, चक्कर और उल्टी आना, एवं कमजोरी के साथ शरीर में दर्द होना लू लगने के लक्षण हैं।
इसके अलावा शरीर का तापमान अधिक होने के बावजूद पसीना न आना, अधिक प्यास लगना और पेशाब कम आना, भूख कम लगना व बेहोश होना भी लू लगने के ही आसार हैं। बताया कि इससे बचाव के लिए बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलें, जब धूप में निकलें तो सिर व कानों को कपड़े से बांध ले। पानी खूब पीयें, धूप में अधिक समय तक न रहें, गर्मी के दौरान नरम मुलायम सूती का कपड़ा पहने ताकि हवा के साथ कपड़े के पसीने को सोखता रहे, अधिक पसीना आने पर ओआरएस का घोल पीयें। डा. यादव ने बताया कि बुखार पीड़ित व्यक्ति के सिर पर ठंडा पानी की पट्टी लगाएं, अधिक पानी व पेय पदार्थ पिलाएं जैसे कच्चे आम का बना जलजीरा, पीड़ित के शरीर पर ठंडे पानी का छिड़काव करते रहे और शीघ्र ही किसी नजदीकी चिकित्सक या अस्पताल में इलाज के लिए ले जाएं।