खबर का संज्ञान लेते हुए लोनिवि के अधिशासी अभियंता प्रदीप कुमार शरद सोमवार की शाम कालूपुर-पटकियां मार्ग पर पहुंचे। निरीक्षण के दौरान सड़क की स्थिति देखकर वह भी हैरान रह गए। बताया कि आरवीएनएल ने सड़क की यह स्थिति की है। इनके खिलाफ हम उच्चाधिकारियों को पत्र लिखेंगे। उन्होंने बताया कि तीन दिन के अंदर गड्ढा भर दिया जाएगा। पूरी सड़क की फिर से मरम्मत के लिए स्टीमेट बनाकर भेज दिया गया है। आगामी जून माह में इस पर कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। अधिशासी अभियंता घंटों तक जगह-जगह सड़कों का निरीक्षण कर स्थानीय लोगों से आवश्यक जानकारी ली।
कालूपुर-पटकनियां मार्ग की स्थिति इस समय बेहद ही खराब हो गई है। रेल सह रोड ब्रिज के निर्माण में लगी कार्यदायी संस्था के आरवीएनएल के मिट्टी लदे बड़े-बड़े हाइवा प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में चलते थे। इस लिए सड़क जगह-जगह टूट गई। इसके बाद लाल बालू के अवैध कारोबार में संलिप्त लोग सड़क पर जगह-जगह मोरंग इकट्ठा करने लगे। प्रतिदिन सौ से अधिक मोरंग लदे ओवरलोड ट्रक आते हैं।
इससे सड़क पूरी तरह से टूट गई और सड़क पर दो-तीन फीट गहरा गड्ढा बन गया। इस खबर को जागरण 24 मार्च को कालूपुर-पटकनियां मार्ग हुआ जर्जर नाम शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर प्रकाशित होने पर लोनिवि के अधिकारियों ने इसका संज्ञान लिया और सोमवार की शाम अधिशासी अभियंता प्रदीप कुमार शरद, जेई सुभाष विश्वकर्मा, सहायक अभियंता जयनारायण प्रसाद पहुंचे। कालूपुर से पटकनियां तक गए और सड़कों जायजा लिया। आश्वासन दिया कि तीन दिनों में सड़कों पर जो गड्ढे बने हैं, उसे भरवा दिया जाएगा।
आरवीएनएल के बड़े-बड़े वाहनों ने सड़क को खराब दिया है। इनके खिलाफ उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा। गड्ढों को तीन दिनों के अंदर भर दिया जाएगा। स्टीमेट तैयार है। जून माह में पूर्ण मरम्मत का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।