गाजीपुर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर बुधवार को 16 विकास खंड मुख्यालयों से पोलिंग पार्टियों की रवानगी की गई। शहर से लेकर देहात तक हर विकास खंड पर कोरोना प्रौटोकाल का खुलेआम उल्लंघन हुआ और तमाम दावे हवा हो गए। प्रशासनिक अफसरों की कोशिश के बावजूद लोगों तक समुचित व्यवस्था उपलब्ध नहीं करा पाए। पंचायत चुनाव को लेकर पोलिंग पार्टी रवानगी स्थल पर अव्यवस्थित और अनियंत्रित भीड़ देखने को मिली है। यहां महामारी के बीच कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, वहीं हर ओर भीड़ और असुरक्षा के बीच बचाव का कोई प्रयास नहीं दिखा।
गाजीपुर में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए गाजीपुर में अंतिम चौथे चरण में 29 अप्रैल यानि आज मतदान होगा। मतदान के लिए सुबह आठ बजे से सदर विकास खंड पर मतदान कर्मियों का पहुंचना शुरू हो गया था। मतदान कर्मी एक काउंटर से दूसरे काउंटर पर दौड़ते रहे। इस दौरान मतदान कर्मी शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर पाए। सभी लोगों को मास्क लगाकर परिसर में प्रवेश के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इसका पालन होता नहीं मिला। गाजीपुर में कर्मियों को ड्यूटी पता करने के लिए या मतपेटी मत पत्र प्राप्त करने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ी।
उस दौरान कहीं भी कर्मचारी या सुरक्षा कर्मी शारीरिक दूरी का पालन करते हुए नहीं देखे गए। यदि भीड़ में एक भी करोना संक्रमित व्यक्ति प्रवेश करता है तो हजारों लोगों की जान जोखिम में पड़ सकती है। अफसर 16 ब्लाकों में पहुंचकर पोलिंग पार्टियों की रवानगी की स्थिति को जांचते रहे। विकास खंडों से पोलिंग पार्टियों की रवानगी में मतदान कर्मियों ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई। हर रवानगी स्थल पर एक साथ सैकड़ों की तादाद में मतदानकर्मी जुटे दिखाई दे रहे लेकिन कई के मुंह पर मास्क नहीं तो कहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। पोलिंग पार्टी के रवानगी स्थल की तस्वीरें जिले के डीएम के सारे दावे को हवा हवाई साबित कर रही है। केवल मतदान कर्मी ही नहीं पुलिस की मौज़ूदगीं में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिखीं।