प्रदेश के देवरिया के एकौना क्षेत्र में राप्ती और गोर्रा के बीच बसे दोआबा में भूसा बनाने वाली मशीन से निकली चिंगारी ने गुरुवार को ताण्डव मचा दिया। देखते ही देखते चार गांवों में आग फैल गई और करीब पांच सौ एकड़ गेहूं की फसल जल कर राख हो गई। आग की चपेट में आकर जलती फसलों को देख किसानों में हाहाकार मच गया। चार घण्टे तक तेज पछुआ हवा के चलते आग लगातार फैलती रही। जिसके चलते बरहज से फायर ब्रिगेड की दूसरी गाड़ी बुलानी पड़ी। फायर ब्रिगेड के काफी प्रयास और ग्रामीणों के अथक मेहनत से आग पर काबू पाया जा सका।
एकौना थाना क्षेत्र के रमपुरवां गांव के दक्षिण सरेह में गुरुवार को कम्बाइन से गेहूं की कटाई चल रही थी। उसी सरेह में भूसा बनाने वाली मशीन एक खेत में भूसा बना रही थी। दिन में करीब 11 बजे भूसा बनाने वाली मशीन से निकली चिंगारी से फसल में आग लग गई। जब तक ग्रामीण आग पर काबू पाते तेज पछुआ हवाओं के चलते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते रमपुरवा की आग पचलड़ी, सुल्तानी और ईश्वरपुरा गांव के खेतों तक पहुंच गई। खड़ी फसल धूं-धूं कर जलने लगी। सूचना मिलते ही एसडीएम संजीव कुमार उपाध्याय, तहसीलदार बंशराज राम, नायब तहसीलदार हिमांशु सिंह मौके पर पहुंचे। आग लगने के एक घण्टे बाद फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी पहुंची तब तक आग काबू के बाहर हो चुका था। एसडीएम संजीव उपाध्याय ने मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। जिस पर जिला अग्निशमन अधिकारी दूसरी गाड़ी के साथ मौके पर पहुंचे। करीब चार घंटे के प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका। तहसील प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार इस घटना में चार गावों की करीब पांच सौ एकड़ फसल जलकर राख हो गई है।
आंखो के सामने फसल जलता देख फफक पड़े किसान
फसल आग लगने की खबर मिलते ही कई गांव के लोग मौके पर पहुंच गए। पचलड़ी गांव निवासी इन्द्रावती देवी, चिन्तवत देवी व ईश्वर अपनी आंखों के सामने खेत में खड़ी फसल को जलते देख फफक फफक कर रोने लगे। आग की लपटों को फैलता देख गांव के लोग ट्रैक्टर लेकर खेत की ओर चल दिए और अंधाधूंत खेत में खड़ी गेहूं की फसल को बचाने के लिए खेत की जुताई शुरू कर दिए। जबकि कुछ किसान पंपसेट चालू कर आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे। जानकारी होते ही भाजपा नेता संगम धर द्विवेदी, मण्डल अध्यक्ष राम सन्तोष शुक्ल, राजीव गुप्ता आदि मौके पर पहुंचे पीड़ित किसानों को सांत्वना दिया।
खोरमा में लगी आग में 20 एकड़ फसल खाक
अभी दोआबा की आग बूझी भी नहीं थी कि खोरमा गांव के निकट एक ईंट भट्ठा के पास फसल में आग पकड़ लिया। जिससे खोरमा गांव के नित्यानन्द त्रिपाठी, सतीश त्रिपाठी, रामनिवास त्रिपाठी, कामद यादव, राम बचन गुप्ता, लाल बचन गुप्ता, संजय त्रिपाठी, जयप्रकाश त्रिपाठी, मदन त्रिपाठी, हरिश्चन्द्र त्रिपाठी, ओमप्रकाश त्रिपाठी, दामोदर त्रिपाठी, श्रीकांत तिवारी, शैलेश तिवारी, प्रेम तिवारी, रामजी तिवारी, प्राणेश्वर त्रिपाठी, विनोद त्रिपाठी, मनोज तिवारी, रामछबीला त्रिपाठी, जितेन्द्र त्रिपाठी, राजेन्द्र तिवारी, सूर्यनारायण तिवारी व इष्टदेव त्रिपाठी की करीब बीस एकड़ फसल जल कर राख हो गई। खोरमा से सटे महेशपुर गांव के किसानों की भी लगभग दो एकड़ फसल राख हो गई है।