कोरोना संकट के बीच खाद्य पदार्थों की कीमतों में भी उछाल आ गया है। परिवहन के साधनों को पूरी छूट व भरपूर आवक के बाद भी मनमानी जारी है। इससे उपभोक्ताओं जहां कोरोना की मार झेल रहा है, वहीं महंगाई से भी बेजार है। सब्जी-फल व राशन की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है इससे आम आदमी की जेब ढीली हो रही है। स्थिति यह है कि सरसों का तेज जो एक माह पहले तक 140 रुपये तक बिक रहा था, वह 175 रुपये प्रतिकिलो तक पहुंच गया है।
मंडुआडीह में राशन के दुकानदारों ने बताया कि सरसो के तेल के साथ ही दाल, रिफाइन आदि ने भी तेजी पकड़ ली है। यही नहीं मंडियों में सामान महंगे होने के कारण फुटकर में ये ग्राहकों को पहले के अपेक्षा महंगी पड़ रही है। वही फल के दुकानदार छोटू सोनकर ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण किवी फल व संतरा की कीमतें आसमान पर हैं। अभी इनके दाम और तेज हो सकते हैं। सब्जी के दुकानदार सेवालाल ने बताया कि आलू, कोहड़ा, परवल, प्याज, धनिया, अदरक में भी काफी उछाल है। कोरोना संक्रमण से लोग परेशान और डरे हुए हैं।
ऊपर से महंगाई भी लोगों को डरा रही है। कुल मिलाकर आम लोग कोरोना काल में दोहरी मार झेल रहे हैं। हाल यह है हरी सब्जियों की कीमत आसमान छू रही है। आलू-प्याज भी महंगे है। उधर फल मंडी में देसी सेव गायब हो गया है, विदेशी सेव बिक रहा है। नारंगी के बदले बाजार में माल्टा बिक रहा है। सब्जी दुकानदारों की मानें तो मार्च माह के अंत से ही हरी सब्जी महंगी है।