कैंट रोडवेज स्टेशन पर बसों की कमी के चलते मंगलवार को परिचालन व्यवस्था बेपटरी हो गई। साधन के अभाव भटक रहे यात्रियों ने स्थानीय प्रशासन से नाराजगी जताई। बस चलाने की मांग को लेकर कुछ लोगों ने हंगामा भी किया। परिचालन व्यवस्था को सुचारू रखने में कर्मचारी विफल दिखे। वहीं, मौके पर अधिकारियों का भी कोई पता नहीं चला।
दरअसल, कोरोना संक्रमण के आंकड़ो में वृद्धि के बाद कुछ राज्यों में लॉकडाउन जैसी स्थिति है। ऐसे मे वहां काम करने श्रमिको में अफरातफरी का माहौल है। घर लौटने वालो की भीड़ के चलते रोडवेज की बसों पर दबाव बढ़ने लगा है। मंगलवार को मुम्बई, गुजरात आदि शहरों में काम करने वालों के लौटने की वजह से भीड़ में बढ़ोतरी हुई है। गोरखपुर, बलिया, आजमगढ़ व गाजीपुर रूट की बसों में ज्यादा दबाव था। हालात नियंत्रित करने के लिए सिटी बसों का सहारा लेना पड़ा।
पंचायत चुनाव में लगी 270 बसें
पंचायत चुनाव के मद्देनजर जिला प्रशासन ने रोडवेज वाराणसी परिक्षेत्र से 270 बसों की डिमांड की है। जौनपुर जिला प्रशासन ने 73, सोनभद्र ने 55 एवं भदोही ने 21 बसों की मांग की है। सभी बसें चुनाव में पुलिस को ले जाने और लाने के लिए लगाई गई है। वाराणसी परिक्षेत्र के तहत 623 बसे चलाई जाती है। 270 बसों की कटौती होने से बसों का फेरा भी घट गया। अब 353 बसें ही रोडवेज के बेड़े में शामिल है।