आम लोग भी अपने घर-आंगन में भी किचन गार्डेन तैयार कर सकते हैं। लौकी, नेनुआ, सेम, कोहड़ा, चौराई, मूली, लोविया समेत सब्जियों के उन्नत प्रजाति के शोधित बीज प्राप्त करने के लिए बीज भंडारों पर पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे। उद्यान विभाग इसके लिए मुफ्त में 10 तरह की सब्जियों का बीज उपलब्ध कराएगा। विभाग के विशेषज्ञ समय-समय पर सब्जी की फसल का निरीक्षण कर गृहस्वामी को टिप्स भी देते रहेंगे। नई पहल से सब्जी पर रोजाना खर्च होने वाला पैसा बचेगा। लोगों को ताजी और शुद्ध सब्जियां भी मिलेंगी।
बाजार में बिकने वाली हाइब्रिड प्रजाति की सब्जियों को खरीदने के लिए लोगों को जेब ढीली करनी पड़ रही है। वहीं वह पौष्टिकता भी नहीं मिल रही। रोजाना 150 से 200 रुपये खर्च भी करने पड़ रहे हैं। कोरोना काल में सब्जियों की कीमत काबू में आने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में महीने का बजट गड़बड़ा जा रहा। उद्यान विभाग ने इससे राहत दिलाने की पहल की है। लोग चाहें तो अपने घर-आंगन में किचन गार्डेन उगा सकते हैं। इसके लिए उन्नत प्रजाति का बीज खरीदने के लिए चक्कर नहीं काटने होंगे। उद्यान विभाग भारतीय सब्जी अनुसंधान परिषद की ओर से विकसित की गईं 10 प्रकार की सब्जियों का शोधित व उन्नत प्रजाति का बीज मुफ्त में उपलब्ध कराएगा। इच्छुक लोग उद्यान अधिकारी के दफ्तर अथवा क्षेत्रीय निरीक्षकों से संपर्क कर प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आवेदन भी किया जा सकता है।
अब तक तीन हजार लोगों को मिला बीज
उद्यान विभाग की ओर से जिले में अब तक तीन हजार लोगों को सब्जी का बीज वितरित किया जा चुका है। पैकेट में लौकी, नेनुआ, कोहड़ा, चौराई, सेम, मूली, करेला, ङ्क्षभडी समेत 10 तरह की सब्जियों के बीज अलग-अलग पाउच में रखे गए हैं। बाजार से खरीदने के लिए लोगों को लगभग 150 रुपये कीमत चुकानी पड़ेगी।
बोले अधिकारी
विभाग की ओर से लोगों को मुफ्त में सब्जी के बीज का वितरण किया जा रहा है। लोग घर में किचन गार्डेन बना सकते हैं। इससे शुद्ध व ताजी सब्जियां मिलेंगी। वहीं पैसे भी बचेंगे।