बिहार के भागलपुर में मात्र 40 हजार रुपये के लिए दोस्त ने ही विश्वासघात करते हुए पीठ में छुरा भोंक दिया। रुपये के विवाद में बजाज कंपनी के फाइनेंसर आलोक झा उर्फ आशीष झा की हत्या गोली मारकर कर दी गई। घटना नवगछिया थाना क्षेत्र के सिमरा में शुक्रवार देर रात की है। मृतक का शव कोसी नदी के किनारे बगीचे में पड़ा हुआ था उसके सिर और आंख में गोली मारी गई थी। शव के ऊपर बाइक रखकर हत्या को दुर्घटना का रंग देने की कोशिश की गई थी। घटनास्थल से कुछ दूरी पर चार गोली और चार खोखा पड़ा हुआ था। शनिवार अहले सुबह घटना की सूचना पत्ता चुनने वाले दो लड़कों ने परिजनों को दी।
घटना की सूचना पर नवगछिया थाना अध्यक्ष राजकुमार सिंह और दारोगा विरेन्द्र कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल भेजा। एसडीपीओ दिलीप कुमार ने घटनास्थल पर पहुंच कर छानबीन की। उन्होंने मृतक की पत्नी श्वेता देवी और पिता महेश झा से पूछताछ की। पत्नी श्वेता देवी ने कहा कि उसके पति शुक्रवार की रात अपने बहनोई के मित्र मुकेश को सधुंआ से लाकर नवगछिया स्टेशन ट्रेन पकड़ाने गये थे। दस बजे रात में जब फोन किया तो वह नहीं उठाए फिर बारह बजे फोन किए तो उसने बताया कि हम चीकू उर्फ दीपक मिश्रा के साथ हैं।
उन्होंने चीकू से बात भी करायी और कहा कि जल्द घर आ जाएंगे। उसके बाद उनका मोबाइल बंद हो गया। फिर कई बार फोन लगाया लेकिन नहीं लगा। सुबह उनकी हत्या की खबर मिली। पत्नी ने बताया कि आलोक बजाज फाइनेंस कंपनी में काम करता था यह काम उसे चीकू मिश्रा ने ही दिलाया था। इसके एवज में उसे कमीशन देने की बात कही थी।
एक दो महीना कमीशन देने के बाद फिर उसने कमीशन देना बंद कर दिया। कमीशन की रकम 40 हजार रुपए होने पर वह बेइमानी पर उतर गया। उसने कहा कि अभी हम घर बना रहे हैं। जब तुम्हारा घर बनेगा सब पैसा दे देंगे। जब हमारे घर का काम होने लगा तो उसने पैसे देने से इनकार कर दिया। पत्नी ने कहा कि चीकू ने ही कमीशन के 40 हजार रुपये के लिए हमारे पति की हत्या की है।