यूपी के बांदा की जेल में बंद बसपा विधायक मुख्तार अंसारी आरटीपीसीर जांच में भी संक्रमित पाए गए हैं। इसके पहले शनिवार को एंटीजन जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद अंसारी को जेल की बैरक संख्या-16 में ही पृथकवास किया गया है। हालांकि, अभी उपचार की शुरुआत नहीं हुई। बांदा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. एन.डी. शर्मा ने मंगलवार को बताया कि बांदा की जेल में बंद मुख्तार अंसारी के शनिवार को एंटीजन जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद रविवार को आरटीपीसीर जांच में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लगातार अंसारी के स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे हैं, फिलहाल उन्हें जेल की बैरक संख्या-16 में ही पृथकवास किया गया है। राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मुकेश कुमार यादव ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि के बाद चिकिसकों का दल मुख्तार अंसारी के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी कर रहा है। उन्होंने कहा, "संक्रमण की पुष्टि के बाद भी अंसारी में कोरोना के प्राथमिक लक्षण नहीं मिले, फिर भी वो जेल की बैरक में ही पृथकवास पर हैं।
वहीं, कारागार के प्रभारी अधीक्षक प्रमोद त्रिपाठी ने कहा, कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद मुख्तार अंसारी को बैरक संख्या-16 में ही पृथकवास किया गया है। फिलहाल उनकी स्थिति सामान्य है। उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय के आदेश पर सात अप्रैल की सुबह मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने पंजाब की रूपनगर (रोपड़) जेल से बांदा की जेल में स्थानांतरित किया था।