रोडवेज की बसों में कमी मिलने पर बसों को जाने से ड्यूटी चार्ट साफ्टवेयर उनको रोकेगा। रोडवेज की बसों को गंतव्य तक जाने के लिए ड्यूटी चार्ट साफ्टवेयर की चेकिग से गुजरना पड़ता है। ऐसे में अगर बसों में कोई गड़बड़ी है तो उसे जाने से रोक देगा। इसके अलावा अगर चालकों के ड्राइविग लाइसेंस गड़बड़ है या वैधता समाप्त हो चुकी है तो उसे बदलना प्रबंधन की मजबूरी होगी। बसों को डिपो से निकलने से पहले हर जानकारी कंप्यूटर को देनी पड़ती है अगर बस में कोई कमी पाई गई तो कंप्यूटर का प्वाइंटर वहां से आगे नहीं बढ़ेगा।
यह साफ्टवेयर काफी दिनों से आया हुआ है लेकिन बीते कुछ दिनो से इसका प्रचलन शत-प्रतिशत शुरू हुआ है। रोडवेज ने बसों को गंतव्य तक जाने के लिए नियमों में बदलाव किया है। पहले बसों को मैनुअली बाहर जाने दिया जाता था चालकों एवं परिचालकों की तैनाती भी ऐसे ही कर दी जाती थी। बसों में अगर थोड़ी बहुत कमियां होती थी तब भी बसों का संचालन कराया जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। बसों को बाहर जाने के लिए ड्यूटी चार्ट साफ्टवेयर से जांच के बाद बाहर जाना होगा। बसों को बाहर निकलने से पहले उनको कंप्यूटर की जांच से गुजरना होगा।
अब डिपो में ड्यूटी चार्ट साफ्टवेयर का 90 फीसद से कम उपयोग नहीं होना चाहिए, वरना कर्मचारियों का वेतन रोक दिया जाएगा। इसी को देखते हुए इस साफ्टवेयर का उपयोग किया जा रहा है।