रेलवे की ओर से अधिक से अधिक मालगाड़ी चलाने के लिए एक के पीछे एक ट्रेन दौड़ाने की तैयारी की जा रही है। मुरादाबाद रेल मंडल में दो स्थानों पर ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम लगाए जा रहे हैं। रेल प्रशासन अधिक से अधिक ट्रेनें और मालगाडि़यों को चलाने पर लगातार ध्यान दे रहा है। इसके लिए इतनी जल्दी नई रेलवे लाइन डाली जानी संभव नहीं है। वर्तमान रेलवे लाइन में सुधार कर अधिक से अधिक ट्रेनों को चलाने के लिए काम शुरू कर दिया गया है। वर्तमान में एक स्टेशन से ट्रेन चलने के बाद दूसरे स्टेशन पर जब तक ट्रेन नहीं पहुंच जाती है, तब तक उसके पीछे कोई ट्रेन नहीं चलाई जाती है।
औसतन एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन के बीच की दूरी 12 से 15 किलोमीटर तक होती है। ट्रेन को यह दूरी तय करने में 15 मिनट का समय लगता है। पहले गई ट्रेन के पीछे 15 मिनट के बाद दूसरी ट्रेन चलाई जाती है। रेलवे इस समय को कम कर सात से आठ मिनट करने जा रहा है। जिससे वर्तमान समय में चलने वाली ट्रेन व मालगाड़ी से दोगुनी ट्रेनें और मालगाडि़यां चलाई जा सकें। रेलवे इसके लिए दो स्टेशन के बीच ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम लगाने जा रहा है। बीच के सिग्नल को पार करते ही पीछे से दूसरी ट्रेन या मालगाड़ी चला दी जाएगी। इससे 15 मिनट के स्थान पर सात से आठ मिनट में ही दूसरी ट्रेन चलाई जा सकती है। इसके लिए मुरादाबाद रेल मंडल के बंथरा व शाजहांपुर के पास ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम लगाया जा रहा है। मडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि कम समय में अधिक से अधिक ट्रेनें चलाने के लिए दो स्टेशनों के बीच ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम लगाया जा रहा है।