स्थानीय नगर से सटे डोरिया गांव में घरों से निकला गंदा पानी सड़क पर जमा हो रहा है। सड़क पर महीनों से जल जमाव से सड़क टूटकर क्षतिग्रस्त हो गई है और उस पर गिरकर लोग प्रतिदिन घायल हो रहे हैं। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने जखनियां के उप जिलाधिकारी सूरज यादव और खंड विकास अधिकारी गोपाल यादव से लिखित रूप से की लेकिन एक सप्ताह से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी कोई भी सुनवाई नहीं हुई।
डोरिया गांव के बीच से होकर सादात से मीरजापुर जाने वाली सड़क गुजरती है। सड़क से सटे दक्षिण तरफ छह बिस्वा की पोखरी है। इसमें ही सारे गांव के घरों से निकलने वाला गंदा पानी इकट्ठा होता था। गांव के कुछ लोगों ने इसे पाटकर टीनशेड रख आदि दिया है और रास्ता बना लिया है। पोखरी पटने से अब घरों से निकलने वाला सारा पानी सड़क पर जमा हो रहा है। वाहनों के आने जाने से सड़क धंसकर टूट गई है। सड़क का पानी सड़क के उत्तर तरफ परती खेत में बहकर जाता था उसे भी ट्रैक्टर से मिट्टी गिराकर बांध रखा है। मौके पर जाकर पुलिस ने पानी को बांधने से रोका था इसके बावजूद उक्त लोगों ने पुलिस के जाते ही पानी को पुन: बाध दिया। गांव के लोगों ने पोखरी को खोदवाने के लिए उप जिलाधिकारी को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था। उपजिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को फोनकर मौके पर जाकर मुआयना करने और पोखरी को खोदवाने का निर्देश दिया था, लेकिन एक सप्ताह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी स्थिति और खराब हो गई है।