आए दिन बदल रहे मौसम से किसानों के माथे पर बल है। हालांकि अगले सप्ताह तक बारिश नहीं होने व बादल छाए रहने के आसार हैं। अगले पांच दिन तक मौसम शुष्क रहने के चलते किसान गेहूं की 21 से 25 दिन की फसल की पहली सिचाई कर दें। इससे फसल का विकास तो होगा ही मौसम का विपरीत असर भी नहीं पड़ेगा। कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि मौसम विज्ञानी ने कृष्ण मुरारी पांडेय ने बताया औसत अधिकतम तापमान 23.0 से 28.0 डिग्री सेंटीग्रेड के मध्य रहेगा, वहीं न्यूनतम तापमान 08.0 से 13.0 डिग्री सेंटीग्रेड के मध्य एवं आर्द्रता 80 से 88 फीसदी के मध्य रहेगी। सामान्य गति से पश्चिमी, दक्षिण दिशा की ओर हवा चलने की संभावना है।
किसान गेहूं की पहली सिचाई करने के साथ तीन से चार दिन बाद उर्वरक की दूसरी मात्रा का प्रयोग करें। वहीं सरसों की फसल में माहू कीट की निरंतर निगरानी करते रहें। अधिक कीट मिलने की दशा में रोगोर या क्यूनलफाश दो एमएल प्रति लीटर पानी में मिलाकर आसमान साफ रहने पर छिड़काव करें। इससे रोग पर नियंत्रण होगा। मटर की फसल में यूरिया या पोटेशियम सल्फेट दो फीसदी के घोल का छिड़काव करें। इससे मटर की फलियों की सख्यां में बढ़ोतरी होगी। साथ ही फसल का पाले से भी बचाव होगा। बैगन की फसल में यदि फल एवं शीर्ष छेदक का प्रकोप अधिक हो तो स्पेनोसेड दवा एक मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।