सियाड़ी में धान क्रय केंद्र खुलने के बाद ही अधिक धान कटौती को लेकर बवाल हो गया। प्रति क्विटल 15 से 20 किलो की कटौती होने से किसान भड़क गए और शनिवार की सायं धरने पर बैठ गए। पूरी रात किसान धरने पर जमे रहे। अगली सुबह रविवार को तहसीलदार अमित शेखर मौके पर पहुंचे। इस दौरान किसानों ने क्रय केंद्र पर मनमानी करने का आरोप लगाया। तहसीलदार ने मानक के अनुसार कटौती करने के साथ शीघ्र धान खरीदने का आश्वासन दिया, तब जाकर किसानों का धरना समाप्त हुआ।
शासन के निर्देश के बावजूद सियाड़ी के किसानों के धान की खरीद नहीं हो पा रही थी। इसकी शिकायत पर जिलाधिकारी एमपी सिंह ने सियाड़ी में धान क्रय केंद्र खोलने का आदेश दिया। पहली जनवरी को एफपीओ (कृषक कल्याण सहकारी समिति) की ओर से सियाड़ी में धान क्रय के लिए सामान भी ला दिया गया लेकिन विलंब हो जाने के कारण धान खरीद शुरू नहीं हो सकी। अगले दिन शनिवार को एफपीओ के प्रतिनिधि के रूप में धान खरीदने के लिए राजेश प्रसाद गुप्ता डीसीएम के साथ क्रय केंद्र पर पहुंचे। उनके द्वारा धान क्रय में प्रति क्विटल 15 से 20 किलोग्राम की कटौती की बात कहने पर किसान भड़क गए। धान बेचने से मना करने के साथ ही क्रय केंद्र पर मौजूद डस्टर, बोरा एवं डीसीएम को अपने कब्जे में कर लिया।
अधिकारियों को सूचित कर धनंजय राय, शैलेंद्र राय के नेतृत्व में शिवकुमार राय, अशोक कुमार राय, मनोज राय, धर्मेंद्र राय सहित सैकड़ों किसान धरने पर बैठ गए। किसान क्रय केंद्र पर विपणन विभाग द्वारा धान की सीधी खरीद करने के साथ ही एफपीओ संचालक द्वारा धान में अवैध कटौती के विरुद्ध एफआइआर की मांग करने लगे। रविवार को विपणन विभाग के अधिकारी व तहसीलदार मौके पर पहुंचे। किसानों ने उपजिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार अमित शेखर को सौंपा। तहसीलदार से सोमवार से विपणन विभाग द्वारा सीधे धान क्रय करने और एफपीओ संचालक के संबंध में उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट प्रेषित करने का आश्वासन दिए जाने पर किसानों ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया। इस मौके पर क्षेत्रीय विपणन अधिकारी कासिमाबाद चंद्रभान पांडेय व विपणन अधिकारी मुहम्मदाबाद रमेश यादव, विपणन निरीक्षक अजय कुमार शुक्ला आदि थे।