कोरोना के संक्रमण में रद की गई गहमर रेलवे स्टेशन की ट्रेनों के परिचालन नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश है। कोरोना काल को आधार बनाकर रद्द की गई 03201-03202 पटना-लोकमान्य तिलक ट. व 02391-02392 राजगीर-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन चलवाने के लिए ग्रामीण लामबंद है। गुरुवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने स्थानीय रेलवे स्टेशन परिसर में धरना दिया और विरोध करते हुए ट्रेनों के परिचालन की मांग की। नाराज ग्रामीणों ने डीआरएम सहित रेलवे के उच्चधिकारियों को 4 व 8 दिसम्बर को पत्रक देते हुए कहा था कि 10 दिसम्बर की दोपहर 12 बजे तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, तो वह रेलवे के खिलाफ धरना प्रारंभ कर देंगे।
गुरुवार को गहमर इंटर कालेज के पूर्व अध्यापक हृदय नारायण सिंह की अध्यक्षता में धरना प्रारंभ किया गया। हेराम सिंह ने कहा कि गहमर रेलवे स्टेशन पर जिस दूरी को आधार बना कर ठहराव बंद करने की बात कही जा रही है, वह आधार ही गलत है, क्योंकि कई जगह इससे भी कम दूरी वाले स्टेशनों के बीच ट्रेनों का ठहराव पहले की भांति है। प्रमोद सिंह ने कहा कि गहमर रेलवे स्टेशन पर सैनिकों की समस्याओं को नज़रअंदाज कर जिस प्रकार रेलवे काम रही है, उससे लगता ही नहीं कि रेलवे सैनिकों का सम्मान भी करती है। उसे उनकी समस्याओं से कोई मतलब नहीं है। सुधीर सिंह ने कहा कि रेलवे आज हमारी बात सुनता नहीं दिखाई दे रहा है।
इसलिए आगे की रणनीति के तहत हम 16 दिसम्बर से रेलवे परिसर में अनिश्चित कालीन धरना पर बैठेंगे। इसके पहले 13 को पूरे क्षेत्र में भ्रमण कर 14 दिसम्बर को धरना की रूप रेखा बनाने के लिए ग्रामीणों की एक बैठक करेंगे। गहमर प्रधान प्रतिनिधि दुर्गा चौरसिया ने कहा कि ग्राम पंचायत गहमर पूर्ण रूप से इस आन्दोलन को जन-जन तक पहुंचाने व शासन पर दबाव बनाने का काम करेगी। धरना की समाप्ति पर गहमर रेलवे स्टेशन प्रबंधक मनोज कुमार ने पत्रक लेते हुए आश्वासन दिया कि धरने की सूचना उच्चधिकारियों तक पहुंचाने का काम करेंगे।