अवैध कारोबार एवं कर में गड़बड़ी करने वालों पर वाणिज्य कर विभाग (स्टेट जीएसटी) की कार्रवाई तेज हो गई है। इसके तहत विभाग विशेष जांच शाखा (एसआइबी) ने आयुक्त के निर्देश पर 64 अधिकारियों की 16 टीम ने बुधवार को एक साथ पंडित दीनदयाल नगर के डांडी व सूजाबाद स्थित एक मसाला फैक्ट्री में छापेमारी की थी। विभाग ने कारोबारी के यहां करीब सवा करोड़ की कर चोरी पकड़ी है। साथ ही छह लेखा पुस्तिका भी सीज कर दी गई है।
मालूम हो कि टीम ने एक ही मालिक की दोनों कंपनियों में स्टाक, बिक्री देखने के साथ वाराणसी के विश्वेश्वर गंज स्थित दफ्तर में रिकार्ड खंगाला था। हालांकि इससे पहले फैक्ट्री में अंदर जाने को लेकर टीम व कर्मियों के बीच नोकझोंक भी हुई थी। अधिकारियों ने बाहर से कोई न आ सके इससे मुख्य दरवाजे पर अंदर से ताला जडऩे के साथ ही मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स बुला ली थी।
पांच गाडिय़ों से जांच टीम दोपहर करीब 12.30 बजे डांडी व सूजाबाद स्थित फैक्ट्री के बाहर पहुंची थी। वाणिज्य कर विभाग के अपर आयुक्त (एसआइबी) मिथिलेश शुक्ला के नेतृत्व में संयुक्त आयुक्त अनिल कुमार, उपायुक्त जेपी मौर्य पूरी टीम के साथ फैक्ट्री पहुंचे थे। टीम ने अपना दोनों कंपनियों में रखा कच्चा व तैयार माल, स्टाक, बिक्री का रजिस्टर व अन्य दस्तावेजों को खंगाला। करीब चार घंटे तक यहां कार्रवाई चली। एक टीम में चार अधिकारी शामिल थे।
दो फर्म रघुनाथ लक्ष्मी नारायण एवं कुमार औद्योगिक विकास प्राइवेट लिमिटेड पर शिकंजा कसा गया है। इन पर सर्ज आपरेशन बुधवार की देर रात तक चला। अपर आयुक्त मिथिलेश शुक्ला के अनुसार दोनों ही फर्म एक जगह स्टाक मिक्स करके रख रहा था, जिसका उद्देश्य कर चोरी का था। बताया जा रहा है कि फर्मों की ओर से एक करोड़ रुपये रिफंड के लिए दावा किया गया था, लेकिन कर चोरी पकड़े जाने पर इस मांग को खत्म कर दिया गया है। साथ ही 25 लाख रुपये का चालान काटकर मौके पर ही जमा कराया गया। जांच में यह भी पाया गया कि ई-वे बिल भी जेनरेट नहीं किया जा रहा था। भारी गड़बड़ी के बाद विभाग को एक करोड़ राजस्व बचा है और 25 लाख रुपये नगद प्राप्त हुआ है।