स्वास्थ्य विभाग की ओर से संक्रामक बीमारियों से बचाव एवं उसके टीकाकरण को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के प्रशिक्षण भवन में प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व नवीन पीएचसी के चिकित्साधिकारियों को वैक्सीन प्रिवेंटवुल डिजीज (वीपीडी) अर्थात ‘टीकाकरण निवारक रोग को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण एसीएमओ डा. उमेश कुमार और डब्ल्यूएचओ के एसएमओ इशांक द्वारा दिया गया।
नगर के गोराबाजार स्थित सीएमओ कार्यालय में एएनएम सहित स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण पांच बीमारिया जिसमें मीजिल्स, डिप्थीरिया, नियोनेटल टिटनेस, पोलियो व काली खांसी को लेकर वैक्सीनेशन की जानकारियां दी गई। वहीं इन बीमारियों की पहचान, जांच एवं उपचार के साथ हीं रोकथाम को लेकर भी प्रशिक्षित किया गया। डा. ईशान ने बताया कि मीजिल्स के संक्रमण से कई बीमारियां होती हैं। इन बीमारियों से बचाव के लिए नौ महीने से पंद्रह वर्ष तक के सभी बच्चों एवं युवकों का टीकाकरण कराना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पहले इन बीमारियों के लिए अलग-अलग टीके लगाने पड़ते थे। लेकिन अब मीजिल्स व रूबेला मिलाकर एमआर टीका बनाया गया है। इसी तरह टिटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का बनाया गया है । टीके लगने से एक साथ पांच से छह बीमारियों से निजात मिलती है।