दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय जल्द ही बीएचयू के तर्ज पर पीएचडी की ऑनलाइन परीक्षा लेगा। थीसिस की सॉफ्टकापी ऑनलाइन सब्मिट होगी। इतना ही नहीं वेब कैमरे से साक्षात्कार होगा। ऐसे में छात्र व परीक्षक को कैंपस में नहीं आना पड़ेगा। यह फैसला सोमवार को परीक्षा समिति की बैठक में हुआ। इसकी अध्यक्षता कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने की। समिति की बैठक में अधिकतम परीक्षाओं को ऑनलाइन मोड़ में करवाने पर चर्चा हुई।
कुलपति ने कहा कि कोरोना ने कई सबक दिए। कोरोना ने पढ़ाई व परीक्षा की वर्तमान परंपरागत प्रक्रिया को घुटनों पर ला दिया। ऐसे में अब समय है परीक्षा के नए उपायों को शामिल करने का। ऑनलाइन परीक्षा इसका सबसे बेहतर विकल्प है। जिसके लिए विश्वविद्यालय एक मैकेनिज्म विकसित करने की दिशा में कार्य करेगा। विश्वविद्यालय से संबंधित अधिकांश मौखिकी परीक्षाओं को ऑनलाइन संपादित करने की ओर कार्य किया जाएगा। कुलपति ने विश्वविद्यालय की शोध संबंधित प्रक्रिया पर चर्चा करते हुए कहा कि शोध में ऑनलाइन थीसिस सबमिशन गाइडलाइन के अनुपालन को सुनिश्चित किया जाएगा। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय(बीएचयू) का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां की तरह शीघ्र ही विश्वविद्यालय में भी थीसिस को सॉफ्टकॉपी में जमा कर उसे मूल्यांकन के लिए ऑनलाइन ही भेजा जाएगा।
21 से होगी बैकपेपर की परीक्षा
बैठक में बैकपेपर और अंक सुधार के लिए परीक्षा कराने पर सहमति बनी। यह परीक्षा आगामी 21 दिसंबर से शुरू होगी। परीक्षा पांच दिन चलेगी। यह जानकारी परीक्षा नियंत्रक डॉ. अमरेन्द्र कुमार सिंह ने दी। बैठक में कुलसचिव डॉ.ओम प्रकाश के साथ परीक्षा समिति के सभी सदस्य बैठक में उपस्थित रहे।