माताटीला बांध के पास सीताकुंड में डूब रही मासूम बेटी को बचाने में शिक्षिका व उसके पिता डूब गए। आसपास के लोगों ने किसी तरह मासूम को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। पुलिस ने बांध के गेट बंद करा गोताखोरों की मदद से शिक्षिका व पिता के शव बाहर निकलवाए। त्रिवेंद्रम में रहने वाली नाजिया आर हसन केन्द्रीय विद्यालय माताटीला में शिक्षिका थी।
रविवार को अवकाश पर वह पिता हसनेर टीपी और पांच साल की बेटी फैजी के साथ माताटीला बांध के निकट स्थित सीताकुंड गई थी। यहां फैजी पानी के बीच अटखेलियां करने लगी और अचानक पानी के तेज बहाव में बह गई। यह देखकर नाजिया और हसनेर चीखने-चिल्लाने लगे। नातिन को बचाने के लिए नाना तेज बहाव में कूद गए लेकिन वह पानी में खुद को संभाल नहीं सके और गहराई में समाने लगे। यह देख नाजिया ने भी नदी में छलांग लगा दी। मासूम के साथ नाना और मां भी पानी की तेज धार में बहने लगे।
आसपास के लोगों ने नदी में कूदकर उनको बचाने का प्रयास किया। कड़ी मशक्कत के बाद लोग मासूम को ही बाहर निकाल सके। नाना और मां नाजिया गहरे पानी में डूब गए। कोशिशों के बावजूद दोनों को खोजा नहीं जा सका तो लोगों ने सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने तत्काल बांध के गेट बंद करवा पानी की निकासी रोकी जिससे बेतवा का जलस्तर कम हो गया। गोताखोरों ने करीब एक घंटे की मेहनत के बाद दोनों के शव बरामद कर लिए।