स्थानीय मंडी परिसर में कृषि उत्पादन मंडी समिति के राजकीय धान क्रय केंद्र का लक्ष्य 10 हजार क्विटल के सापेक्ष 9 हजार 456 क्विटल की खरीदारी 132 किसानों से की जा चुकी है। महज 544 क्विटल धान की खरीदारी शेष है। मंडी परिसर में लगभग एक दर्जन किसानों का धान अभी खुले आसमान के नीचे तौल के लिए रखा हुआ है। ऐसे में किसानों के सामने एक बड़ी परेशानी है कि वह अब धान कहां ले जाएं। केंद्र प्रभारी किसानों को लक्ष्य पूरा होने का हवाला दे रहे हैं। ऐसे स्थिति में या तो विभाग के अधिकारी लक्ष्य को बढ़ाएं या दूसरी एजेंसी से किसानों के धान का तौल कराने की व्यवस्था की जाए।
बीते वर्ष मंडी परिसर पर खाद्य एवं रसद विभाग के धान क्रय केंद्र पर 78 हजार क्विटल धान की खरीद हुई थी। इस वर्ष खाद्य एवं रसद विभाग के इस केंद्र को गहमर स्थानांतरित कर मंडी समिति को केंद्र बना दिया गया और महज दस हजार क्विटल धान तौल करने का लक्ष्य दिया गया। केंद्र प्रभारी द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष 90 प्रतिशत किसानों का धान तौल कर लिया गया है। शेष 10 प्रतिशत धान तौल होने पर लक्ष्य पूरा हो जाएगा। मंडी परिसर में एक दर्जन किसानों का धान तौल के लिए अभी पड़ा हुआ है। क्षेत्रीय किसान भी ट्रैक्टर ट्राली से धान परिसर में गिरा रहे हैं।
ऐसी स्थिति में किसान असमंजस में हैं कि अब वे क्या करें। इसे लेकर किसानों के माथे पर चिता की लकीरें साफ दिख रही हैं। किसान रामदयाल पासवान, विजय यादव, शेषनाथ यादव, हदीश खां, चीना यादव, अजीत यादव ने बताया कि अधिकारी द्वारा इस केंद्र का लक्ष्य अगर नहीं बढ़ाया गया तो धान तौल कराने में परेशानी होगी। परिसर में धान खुले आसमान के नीचे फैला हुआ है। लक्ष्य के सापेक्ष 90 प्रतिशत धान की खरीदारी की जा चुकी है। शेष 10 प्रतिशत धान तौल कर लक्ष्य पूरा हो जाएगा। मंडी में पड़े किसानों का धान लक्ष्य बढ़ाने के बाद लिया जाएगा। उच्चाधिकारियों से इस बारे में वार्ता की जा रही है।