क्षेत्र के सिधौना स्थित वाराणसी औड़िहार रेल मार्ग पर रेलवे क्रासिग बंद करने की सूचना पर ग्रामीणों सहित बाजारवासियों में आक्रोश है। पिछले वर्ष ही रेलवे के तकनीकी अधिकारियों का एक दल इस रेलवे फाटक को बंद करने आया लेकिन दुकानदारों के विरोध और बगल में बने अंडरपास की दुर्दशा देखकर अधिकारी उल्टे पांव लौट गये। जनवरी के पहले सप्ताह में एक बार फिर गेट बंद किए जाने की सूचना मिलते ही सभी बाजारवासियों सहित चार दर्जन गांवों के लोग सकते में आ गए।
व्यापार मंडल के प्रतिनिधि प्रभु गुप्ता ने बताया कि रेलवे फाटक बंद करने से पूर्व विभाग वैकल्पिक मार्ग अंडरपास के जल निकासी की व्यवस्था दुरुस्त करें और उसे मरम्मत कर आवागमन के लायक बनाया जाए। दुकानदार चंद्रपति यादव कहते हैं कि वर्षभर पूर्व क्रसिग बंद करने आये अधिकारियों के माध्यम से रेलवे के उच्चाधिकारियों को पत्रक दिया गया था। वैकल्पिक मार्ग अंडरपास में बिना किसी सुधार के पुन: क्रासिग बंद करना अनुचित है। सभी क्षेत्रवासियों का जिला प्रशासन और रेलवे प्रशासन से अनुरोध है कि अंडरपास की मरम्मत और सुरक्षित किए बगैर क्रासिग न बंद किया जाए।