बारा से भदौरा तक आधी सड़क पर बालू-गिट्टी गिराकर छोड़ दिए जाने से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उप जिलाधिकारी सेवराईं रमेश मौर्य ने सड़क पर बालू-गिट्टी रखकर कारोबार करने वाले लोगों को नोटिस भेज हटाने का निर्देश भी दिया। बावजूद इसके सड़क से बालू-गिट्टी को नहीं हटाया जा रहा है।
दो राज्यों की सीमाओं को जोड़ने वाला ताड़ीघाट-बारा मार्ग पर हजारों की संख्या में वाहनों की आवाजाही होती है। बारा से भदौरा तक जगह-जगह सड़क पर बालू व गिट्टी से यात्रियों को आवागमन में कठिनाई हो रही है। अगर समय रहते सड़क से गिट्टी-बालू नहीं हटाए गए तो कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि आधे सड़क पर रखे बालू-गिट्टी से जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है। ऐसे में सड़क से निकलने में दिक्कत हो रही है। वहीं कई बार बालू पर फिसल कर दो पहिया वाहन चालक घायल हो चुके हैं।
समय रहते प्रशासन ने सड़क से बालू गिट्टी नहीं हटवाया तो बड़ी दुर्घटना होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ कर्मनाशा के तटवर्ती गांवों में इन दिनों धड़ल्ले के साथ मिट्टी का अवैध खनन हो रहा है। खनन में लगे जेसीबी के साथ मिट्टी लदे ट्रैक्टर दिन रात दौड़ रहे हैं, लेकिन किसी की नजर इस ओर नहीं पड़ रही है। प्रदेश सरकार की ओर से मिट्टी के अवैध खनन को रोकने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बगैर परमिट किसी तरह का खनन किए जाने का निर्देश जारी है।