एटा जिले में अधिवक्ता के साथ पुलिस द्वारा किये गये दुर्व्यवहार को लेकर जिले के अधिवक्ता वर्गों में खासी नाराजगी है। इसे पुलिसिया तांडव बताते हुए अधिवक्ताओं ने ना सिर्फ विरोध जुलूस निकालकर आक्रोश जाहिर किया, बल्कि अपनी ताकत का एहसास कराते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। साथ ही शनिवार को भी अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे।
ज़मानियां संवाद के अनुसार बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने एटा जिले के तांडव मचाने वाले पुलिस के खिलाफ तहसील मुख्यालय से कोतवाली गेट तथा नगर पालिका परिषद मोड़ तक विरोध जुलूस निकाला। अधिवक्ताओं ने कहा कि एटा जिला के पूर्व अधिवक्ता डीजीसी राम प्रसाद के साथ बुधवार को पुलिसकर्मियों ने मारपीट करने के साथ ही परिवार वालों के साथ गाली-गलौज भी किया है। इसकी जितनी भी निंदा की जाय कम है। इस घटना को लेकर उत्तर प्रदेश बार काउंसलिंग के आह्वान पर बार एसोसिएशन ज़मानियां के अध्यक्ष गोरखनाथ सिंह यादव के नेतृत्व में सभी अधिवक्ता एकत्र हुए और जुलूस निकाला। साथ ही न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय किया गया।
जुलूस के माध्यम से गोरखनाथ सिंह यादव ने एटा जिले के तांडव मचाने वाले पुलिसकर्मियों को दंडित करते हुए कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। कहा कि वर्दी को दागदार बनाने व तांडव मचाने वाले पुलिसकर्मियों ने जिस तरह से पूर्व अधिवक्ता राम प्रसाद के साथ मारपीट की और उनके परिवार के सदस्यों के साथ बदसलूकी की है, इसे कत्तई बर्दास्त नहीं किया जायेगा। अधिवक्ता मेराज हसन ने घटना को लेकर गहरा रोष जताया और कहा कि बार कांउसलिंग उत्तर प्रदेश भी पूर्व अधिवक्ता के साथ है।
पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट की घटना को संज्ञान में लेते सभी तहसील मुख्यालय के अधिवक्ताओं से न्यायिक कार्य से विरत रहने और विरोध जताने का आह्वान किया। कहा कि यह विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक कि दोषी पुलिसकर्मियों के सजा नहीं मिल जाती हैँ। इस दौरान बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गोरखनाथ सिंह यादव के अलावा उदय नारायण सिंह, मेराज हसन, लखेश्वर सिंह, सुरेंद्र प्रसाद, इमरान नियाजी, सुनील कुमार, एनाम नियाजी, एजाज, अशोक कुमार, काजी शकील, रामजी राम, उमाकांत, पंकज आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।