एक तरफ सरकार जहां ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक शौचालय व पंचायत भवन के निर्माण को लेकर प्रयासरत है, वहीं दूसरी तरफ इसके निर्माण व भूमि के चयन को लेकर ग्रामीणों व प्रशासन के बीच आए दिन विवाद होना अब आम बात हो गई। निर्माण कार्यों से पहले भूमि की पैमाइस को लेकर अधिकारी गंभीर नहीं दिख रहे है। जिसका नतीजा की विवाद आए दिन देखने को मिल रहा है। ताजा मामला सुहवल थाना क्षेत्र के सुजानपुर गांव में उस वक्त मामला बिगड गया जब गाटा संख्या 37 जो ग्राम सभा की जमीन है, जिसका रक्बा करीब एक विश्वा दस धूर है। वहां करीब साढे पांच लाख की लागत से सामुदायिक शौचालय व करीब चौदह करोड़ की लागत से पंचायत भवन के निर्माण के लिए संम्बन्धित ग्राम प्रधान कमला यादव व सेक्रेट्री जितेन्द्र, लेखपाल बृजकिशोर पहले दिन रविवार को जमीन की खुदाई करने पहुंचे।
जहां कुछ ग्रामीणों ने यह कहते हुए रोक दिया था कि यह जमीन ग्रामसभा की नहीं है। इसपर सभी बैरंग लौट गये। इसके बाद सोमवार की दोपहर उक्त सभी लोग एक बार फिर मौके पर पहुंचकर नापी करने लगे, तो ग्रामीणों ने फिर नोकझोंक करते हुए काम रोक दिया। मामला बढ़ता देख इसकी सूचना आलाधिकारियों को दी गई। तब मामले की नजाकत को देखते हुए मौके पर जमानियां नायब तहसीलदार राकेश कुमार मय पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच कर लोगों को समझाने-बुझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अपनी बात पर अड़े रहे। फिर बाद प्रशासन के कड़े रुख व जमीन की पैमाईश कराने के बाद मौके पर निर्माण के लिए जेसीबी मशीन से खुदाई शुरू करायी गयी।
तब जाकर अधिकारियों ने राहत की सांस ली। स्थिति की नजाकत को भांपते हुए किसी भी स्थिति से निपटने के लिए मौके पुलिस देर शाम तक डटी रही। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने लोगों को चेताया कि अगर निर्माण में किसी तरह की अडचन पैदा करने की कोशिश किसी ने की, तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जायेगी, चाहे वह कोई हो। मालूम हो कि इसके पहले भी कई गावों में इसके निर्माण को लेकर ग्रामीणों से नोकझोंक हो चुकी है। इस मामलें में नायब तहसीलदार जमानियां राकेश कुमार ने कहा कि शासन के निर्देश पर बनने वाले सामुदायिक शौचालय व पंचायत भवन के लिए ग्राम सभा की जमीन का सीमांकन कर निर्माण शुरू करा दिया गया है एहतियातन मौके पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। कहा कि अगर कोई भी निर्माण में अवरोध पैदा करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जायेगी। इस दौरान रेवतीपुर खंड विकास अधिकारी सुरेन्द्र सिंह राणा, उपनिरीक्षक राजेश कुमार गिरी, राजस्व निरीक्षक इंद्रप्रताप सिंह, लेखपाल रामराज, बृजकिशोर, शालिनी राय, सागर कुश्वाहा, सेक्रेट्री अशोक कुमार राय आदि मौजूद रहे।