विजय किरन आनंद महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने एनआइसी के माध्यम से मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिग कर लखनऊ से शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने जिले में संचालित की जा रहीं सभी विभागीय योजनाओं की प्रगति जानी। कोविड-19 के दौरान जिले में शिक्षकों द्वारा गांवों के मोहल्ले-मोहल्ले जाकर बच्चों को शिक्षा दिए जाने, मानव संपदा पर अध्यापकों व कर्मचारियों के शत-प्रतिशत विवरण अपलोड करने, दिव्यांग बच्चों का शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण होने, दिव्यांग बच्चों के लिए आइटी/आरटी अध्यापकों द्वारा कार्ययोजना तैयार कर क्रियान्वयन करने पर महानिदेशक गाजीपुर की प्रशंसा की। साथ ही एआरपी एवं जिला समन्वयकों के निरीक्षण की सराहना करते निर्देश दिया कि अधिक से अधिक अध्यापकों व बच्चों के अभिभावकों से मिलकर जागरुकता अभियान चलाते हुए परियोजना के लक्ष्य को पूरा कर जनपद को प्रेरक जनपद बनाएं।
उन्होंने कहा, शिक्षक संकुल की बैठक, स्पोर्टिंग सुपरविजन, खंड शिक्षा अधिकारियों एवं जिला समन्वयकों की नियमित बैठकें, एआरपी चयन, खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्थापना सुविधाएं शत-प्रतिशत पूर्ण कर ली जाए। आपरेशन कायाकल्प के तहत स्कूलों के कायाकल्प के लिए निर्धारित बिदुओं के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कराएं और मध्यान्ह भोजन योजना तहत लाकडाउन अवधि में परिवर्तन लागत एवं वितरण की गहन समीक्षा करते हुए महानिदेशक ने कहा कि प्रत्येक विद्यालय के प्रधानाध्यापकों द्वारा परिवर्तन लागत व खाद्यान्न वितरण का प्रमाण-पत्र निर्धारित प्रारूप पर प्रत्येक दशा में तीन दिवस के अंदर खंड शिक्षा अधिकारियों को उपलब्ध कराएंगे तथा खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा अपने-अपने ब्लाक का विद्यालयवार वितरण प्रमाण पत्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध कराएंगें। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा परिवर्तन लागत व खाद्यान्न वितरण का प्रमाण मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण को उपलब्ध कराया जाएगा। वीडियो कांफ्रेंसिग में बीएसए श्रवण कुमार गुप्ता, सभी जिला समन्वयक, इएमआइएस, प्रभारी जिला समन्वयक व एमडीएम आदि उपस्थित थे।