राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव में मंगलवार की सुबह चार वाहनों की एक साथ भिड़ंत में मेडिकल स्टोर संचालक मुरादचक निवासी निवासी कृष्ण कन्हैया यादव (32) की मौत हो गई। इस हादसे में चार लोग घायल हो गए। सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद एक कार के चालक की हालत गंभीर देख वाराणसी रेफर कर दिया। शोक में क्षेत्र की सभी मेडिकल की दुकानें बंद हो गईं।
वाराणसी-गाजीपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गोपालपुर में सुबह करीब दस बजे लखनऊ से निजी कंपनी की कीटनाशक दवाएं लेकर डीसीएम हंसराजपुर स्थित सप्लायर को पहुंचाने जा रहा था। इस दौरान वाराणसी जा रही कैंट थाने के पुलिस विभाग में कार्यरत मऊ जनपद के ताजेपुर निवासी उमेश पांडेय (58) की कार की डीसीएम से टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों गाडिय़ों के परखच्चे उड़ गए और उनकी दिशाएं भी घूमकर विपरीत हो गईं। कार का एयर बैग खुल जाने से उमेश, उनके पुत्र प्रशांत (28) और परसपुरा निवासी चालक विजेंदर गौतम बच गए बाइक से वाराणसी जा रहे सैदपुर निवासी कृष्ण कन्हैया यादव (32) के बाइक पर कार का पिछला पहिया चढ़ गया और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस दौरान वाराणसी से परिवार सहित बलिया जा रही एक मारुति कार का अगला हिस्सा भी टकराकर क्षतिग्रस्त हो गया। संयोग रहा कि मारुति कार में किसी को चोट नहीं पहुंची, जबकि उमेश की कार से तीनों को किसी तरह बाहर निकाला गया। इधर, डीसीएम के पलट जाने से डीसीएम चालक फतेहपुर जिले का निवासी अनीश (30) भी गंभीर रूप से घायल हो गया। मृत कृष्ण कन्हैया के पिता कृष्ण मुरारी ने तहरीर दी।
एक घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही
हाइवे पर एक साथ चार गाडिय़ों के टक्कर और दुर्घटना से एक घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। सूचना पर पहुंचे सिधौना चौकी इंचार्ज योगेंद्र ङ्क्षसह ने घायलों को चिकित्सीय उपचार के लिए सैदपुर भेजकर मृतक बाइक सवार के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। डीसीएम चालक अनीश की हालत गंभीर होने पर उसे वाराणसी रेफर कर दिया गया। मौके पर लोगों की भीड़ लगी रही।
वन-वे की वजह से हुआ हादसा
फोरलेन का कार्य निर्माणाधीन होने के कारण उत्तर तरफ के रास्ते को ब्लाक कर दक्षिण तरफ से वन-वे किया गया था। वन-वे की वजह से हादसा होना बताया जा रहा है। हालांकि दुर्घटना के बाद शाम साढ़े चार बजे तक तीनों वाहन वहीं पड़े थे। दूसरा लेन भी आवागमन के लिए खोल दिया गया था।
घर के इकलौते कमासुत थे कृष्ण कन्हैया, कच्ची है गृहस्थी
हादसे में मृत मुरादचक निवासी कृष्ण कन्हैया यादव घर के इकलौते कमासुत थे। वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने मेडिकल के अलावा खुद का एंबुलेंस भी चलाते थे। मिलनसार कृष्ण कन्हैया की मौत से हर कोई गमजदा रहा। पिता कृष्णमुरारी यादव, मां उर्मिला देवी, पत्नी प्रियंका व दोनों छोटे भाइयों संदीप व दीपक का रो-रोकर बुरा हाल है। कृष्ण कन्हैया बीमा करा रखे थे। उनकी गृहस्थी अभी पूरी तरह से कच्ची है। उनकी दो पुत्रियां बड़ी अंशिका पांच साल, जबकि छोटी महज तीन माह की है। पिता कृष्णमुरारी के नाम से खेत वगैरह है।
हेलमेट छटका और टूट गई सांस
कृष्ण कन्हैया हमेशा हेलमेट लगाकर बाइक चलाते थे। दुर्घटना के वक्त भी उन्होंने हेलमेट लगा रखा था, लेकिन कार के नीचे फिसलकर बाइक पहुंची तो हेलमेट छिटक गया और कार ऊपर से कुचलते हुए आगे बढ़ गई। इससे मौके पर ही कृष्ण कन्हैया की मौत हो गई।