कोरोना संकट के बाद गत 13 मार्च से राज्यभर के बंद पड़े स्कूलों, कॉलेजों, कोचिंग समेत अन्य शैक्षणिक संस्थानों के खोलने को लेकर फैसला अब शुक्रवार को होगा। गुरुवार की अपराह्न इसको लेकर मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन समूह (क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप) की बैठक बुलाई गयी थी। वीडियो कॉन्फ्रेंस से हुई बैठक में किसी निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका। तय हुआ कि शुक्रवार को अपराह्न 4 बजे से फिर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक होगी। माना जा रहा है कि इस बैठक में राज्य के बंद पड़े शैक्षणिक संस्थान खोले जाएं या नहीं इसपर अंतिम निर्णय हो जाएगा।
गौरतलब है कि कोरोना के कारण शैक्षणिक जगत पर गहरे प्रभाव के बाद हाल के दिनों में कोचिंग संस्थानों और निजी स्कूल के संगठनों द्वारा लगातार राज्य सरकार से स्कूल व कोचिंग संस्थान खोलने की मांग की जा रही है। इसको लेकर शिक्षा विभाग में कई ज्ञापन भी सौंपे गए हैं। इसके बाद आपदा प्रबंधन समूह की बैठक बुलाई गई।
जानकारी के मुताबिक मुख्य सचिव ने शैक्षणिक संस्थानों के सुरक्षित संचालन की संभावनाओं के मद्देनजर अधिकारियों के संग विस्तृत बातचीत की। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप से जुड़े मुख्य विभागों स्वास्थ्य, आपदा व शिक्षा विभाग की राय जानी। सभी विभागों के प्रधान सचिव इस बैठक से जुड़े थे, जिन्होंने शैक्षणिक संस्थानों को खोलने के पूर्व की तैयारियों, सुरक्षित संचालन, कोरोना के एसओपी के पालन, क्या-क्या एहतियात बरतने होंगे आदि को लेकर अपने मंतव्य रखे। बैठक में स्कूल-कालेज, कोचिंगों को खोलने के पहले इनके लिए अलग से विस्तृत गाइडलाइन बनाने का भी सुझाव आया।
मुख्य सचिव ने संबंधित विभागों से कई अन्य बिंदुओं पर और अहम जानकारियां मांगी हैं। विभागों द्वारा यह भी बताया जाना है कि शैक्षणिक संस्थान अगर खोले जाते हैं तो कौन सा विभाग क्या-क्या करेगा। बैठक के दौरान छात्रहित में शैक्षणिक संस्थानों को खोलने पर खुलकर राय जाहिर की गई। बहरहाल, आपदा प्रबंधन समूह की शुक्रवार की बैठक अहम बतायी जा रही है।