कोरोना टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां जोरों पर हैं। इस जानलेवा बीमारी से बचाव की वैक्सीन को लेकर बने रहस्य से पर्दा धीरे-धीरे उठ रहा है। प्रस्तावित वैक्सीन का आधा एमएल डोज ही एक व्यक्ति को लगाया जाएगा। इसके लिए बच्चों वाली सीरिंज का प्रयोग होगा।
यह वैक्सीन छोटे सुई वाली सीरिंज से लगाई जाएगी। आमतौर पर यह सीरिंज बीसीजी का टीका लगाने में प्रयोग होती है। इसके अलावा छोटी सुई वाली सीरिंज से ही डायबिटीज के मरीज इन्सुलिन का इंजेक्शन लगाते हैं।
बाएं हाथ की त्वचा में लगेगा इंजेक्शन
इस वैक्सीनेशन के तौर-तरीकों की जानकारी भी अब स्वास्थ्य विभाग को मिलने लगी है। इसको लेकर दो दिन जिले के मास्टर ट्रेनरों की ट्रेनिंग हुई है। यह ट्रेनिंग ऑनलाइन हुई। ट्रेनिंग में बताया गया कि एक एमएल में दो लोगों को इंजेक्शन लगेगा। यह इंजेक्शन बाएं हाथ में लगाया जाएगा। इंजेक्शन त्वचा की ऊपरी परत में लगेगा। इसे लगाने का तरीका बेहद सरल है।
28 दिन बाद लगेगा दूसरा डोज
कोरोना से बचाव की वैक्सीन के दो डोज लोगों को लगेंगे। पहले डोज से दूसरे डोज के बीच में 28 दिन का अंतर रहेगा। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी स्वास्थ्य विभाग कराएगा।
लखनऊ से विशेषज्ञों ने दो दिन जिले के आधा दर्जन मास्टर ट्रेनरों को ट्रेनिंग दी। इस ट्रेनिंग में बताया गया कि हर व्यक्ति को आधा एमएल डोज दिया जाएगा। छोटी सुई वाली सीरिंज से वैक्सीन लगाया जाएगा। अभी इस मामले में कुछ और भी प्रोटोकॉल आने हैं।