जोधपुर के शिकारगढ़ में भारतीय सेना के 103 आयु रक्षा रेजिमेंट हवलदार पद पर तैनात दीपक यादव का शव मंगलवार को उनके पतृक गांव हरपुर में राजकीय सम्मान के साथ लाया गया। शव के आते ही उनकी धर्मपत्नी नीरज देवी व दोनों बच्चे आयुष कुमार व आदित्य कुमार जहां दहाड़े मारकर रोनो लगे, वहीं पिता समेत अन्य परिजन भी बिलखते रहे। मंगलवार की सुबह 10 बजे जवान का शव आने की सूचना पर सैकड़ों की संख्या में युवा, बुजुर्ग सहित बच्चे तक रेलवे स्टेशन स्थित बरुईन मोड़ पर पहुंच गये।
एम्बुलेंश में आ रहे जवान के शव के साथ तिरंगा लहराते हुए भारत माता की जय का गगनभेदी नारा लगाते हुए आगे-आगे चलने लगे। यह नारा घर पहुंचते तक लगाया जाता रहा, जिससे सभी के अंदर देशप्रेम का जज्बा जगता रहा। जवान के शव के साथ तहसीलदार आलोक कुमार, कोतवाली प्रभारी राजीव कुमार सिंह मय पुलिस कर्मियों के साथ चल रहे थे। शव के हरपुर लाये जाने के बाद दीपक यादव की एक झलक के लिए ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा।
सभी की आंखें डबडबा गयी थीं। बीच-बीच में भारत माता की जय का नारा भी गूंजता रहा। श्रद्धांजलि देने वालों का तांता उमड़ने लगा। नेता, जनप्रतिनिधि समेत प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गये। जवान दीपक यादव का शव हरपुर गांव जैसे ही पहुंचा वैसे ही उनकी धर्मपत्नी नीरज देवी, पिता बंश नारायण तथा दोनों बच्चे 13 वर्षीय आयुष कुमार व 11 वर्षीय आदित्य कुमार अपने पिता के शव से लिपटकर दहाड़ मारकर रोने-बिलखने लगे। उन्हें देख ग्रामीणों की भी आंखें झलकने लगी।