रेल संपत्ति व यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी आरपीएफ के कंधे पर होती है। यार्ड में गश्त कर मालगाडिय़ों की सुरक्षा करते हैं और चटकी रेल पटरियों की जांच करते हैं। समय के साथ ही बदलाव होने लगा है। आरपीएफ की टीम भी हाईटेक होने लगी है। पीडीडीयू व गया जंक्शन के यार्ड में कोयला, प्याज, आलू, गिट्टी सहित अन्य सामग्रियों से लदी मालगाडिय़ां खड़ी रहती हैं। मालगाडिय़ों से आए दिन चोरी की घटनाएं होती रहती हैं लेकिन अब इस पर अंकुश लगाने के लिए आरपीएफ ने हथकंड़ा अपनाया है। अत्याधुनिक शक्तिशाली सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी की जा रही है। कैमरों के लगने से लाभ यह मिलेगा कि यार्ड में खड़ी मालगाडिय़ों की निगरानी 24 घंटे होगी। ट्रेनों के परिचालन में बाधा नहीं आएगी।
12 किलोमीटर की बनेगी दीवार
यार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ही 12 किलोमीटर तक दीवार बनाई जाएगी। लगभग दस फीट ऊंची दीवार होगी। इसके लिए प्रस्ताव पास हो गया है। दीवार से ट्रेनों के परिचालन में बाधा नहीं आएगी। आरपीएफ की जिम्मेदारी है कि जल्द से जल्द कार्य को पूरा कराएगी।
सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कैमरे लगाए जाएंगे। पीडीडीयू व गया यार्ड में पांच-पांच हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। रेल संपत्ति के साथ ही यात्रियों की भी सुरक्षा होगी।