भारत में इजरायल के राजदूत ने दावा किया कि व्यक्ति के फूंक मारने के बाद 40 सेकेंड में ही कोरोना का पता लगाने वाली जांच किट बस कुछ दिन दूर है। एक मिनट के अंदर नतीजे देने वाली इस जांच किट को भारत और इजरायल द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया जा रहा है।
इजरायल के राजदूत रॉन मल्का ने एक साक्षात्कार में कहा कि कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए इस त्वरित जांच प्रौद्योगिकी के तहत किसी व्यक्ति को एक ट्यूब में बस फूंक मारनी होगी और 30 से 50 सेकेंड में इसके नतीजे आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि त्वरित जांच किट परियोजना अंतिम चरण में है। इसमें दो-तीन हफ्ते से अधिक वक्त नहीं लगना चाहिए। मल्का ने कहा कि भारत इस त्वरित जांच किट के लिए विनिर्माण केंद्र बने तथा दोनों देश कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए टीका विकसित करने पर भी सहयोग करेंगे।
इस दौरान, राजदूत ने अपने हजारों नागरिकों को स्वदेश भेजने में की गई मदद को लेकर भारतीय अधिकारियों का शुक्रिया अदा किया। मल्का ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में वह आयुष्मान भारत के सीईओ इंदु भूषण के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
लागत के लिहाज से भी बहुत सस्ती :
राजदूत ने कहा कि यह नई त्वरित जांच निर्णायक है। यह एक शानदार उदाहरण है कि भारत और इजरायल के बीच विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में कितना सार्थक सहयोग हो सकता है। इस अभियान को हमने ‘खुला आसमान’ नाम दिया है। किट का इस्तेमाल हवाईअड्डों और अन्य प्रमुख स्थानों पर किया जाएगा। यह लागत के लिहाज से भी बहुत सस्ती होगी।