बिजली विभाग के निजीकरण किए जाने के प्रस्ताव के विरोध में कार्यबहिष्कार के दूसरे दिन मंगलवार को गाजीपुर में कर्मचारियों ने विरोध के स्वर ऊंचे किए। जिले भर में सैकड़ों कर्मचारियों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ हड़ताल और प्रदर्शन कर विरोध जताया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की सरकार से वार्ता फेल होने के बाद मंगलवार को कर्मचारी पूरी तरह से विरत रहे। उनके साथ राज्यकर्मचारी संयुक्त परिषद समेत , सपा और कांग्रेस भी समर्थन में पहुंची। विपक्ष ने जनसमस्याओं को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा और आपूर्ति बहाल कराने की मांग की।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद जनपद शाखा गाजीपुर ने विद्युत कर्मचारियों के आंदोलन का समर्थन दिया।राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने जिलाप्रशासन को चेतावनी दिया की अगर किसी भी पदाधिकारी/कर्मचारीयों के ऊपर कोई दमनात्मक कार्यवाही किया जाता है तो जनपद के समस्त राजकीय कार्यालय बंद कर बृहद आंदोलन किया जायेगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिलाप्रशासन की होंगी। पीजी कालेज गाजीपुर के जिलाध्यक्ष विवेक सिंह शम्मी द्वारा आंदोलनरत किसी भी कर्मचारी को अहित होता है तो जनपद के समस्त कॉलेजों को बंद कर आंदोलन में भाग लेंगे। समर्थन के समय विवेक सिंह, राकेश सिंह, मान्धाता सिंह,रामनगीना यादव,बालेन्द्र त्रिपाठी, रोशन कुमार ओमप्रकाश यादव लोग मौजूद रहे।इसके साथ ही कर्मचारी नेता अंबिका दुबे ने भी हड़ताल का समर्थन किया।