उत्तर प्रदेश में सभी सियासी दलों ने उपचुनाव के लिए कमर कस ली है। भाजपा ने जहां उपचुनाव वाली हर सीट के लिए वर्चुअल संवाद शुरू किया है। बसपा सातों सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है। वहीं सपा भी वर्चुअल बैठकों के सहारे प्रचार में जुटी है। कांग्रेस ने भी प्रत्याशियों के नाम की घोषणा शुरू कर दी है।
बसपा विधानसभा उपचुनाव पूरे दम के साथ लड़ने में जुटी है। उम्मीदवारों के साथ-साथ सीट के आसपास के मंडल के मुख्य सेक्टर प्रभारियों को भी लगाया है। उन्हें जातीय समीकरण के आधार पर लोगों को बसपा की नीतियों के बारे में बताने को कहा गया है। बसपा ने दो सीटों पर मुस्लिम और दो पर ब्राह्मण उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती दिल्ली से उपचुनाव तैयारियों की समीक्षा कर रही हैं। बसपा उपचुनाव में यूपी की खराब कानून-व्यवस्था के साथ मुस्लिम और ब्राह्मण उत्पीड़न को मुद्दा बनाएगी।
वर्चुअली बैठकों के जरिए सपा कर रही प्रचार
समाजवादी पार्टी उपचुनाव की जंग जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। सात सीटों की जंग में उसकी एक सिटिंग सीट है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम उपचुनाव वाली सात सीटों पर वहां के संगठन पदाधिकारियों से वर्चुअली बैठक का पहला चरण खत्म कर चुके हैं। इन्हें बताया गया है कि कैसे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कार्यकर्ताओं को बूथ लेवल पर सक्रिय करना है और मतदान केंद्र जाने के लिए प्रेरित करना है। पार्टी ने सीटों पर प्रत्याशी तय करने के लिए आवेदन भी आनलाइन मंगा लिए हैं। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जल्द इनमें से प्रत्याशी तय करेंगे।