कोरोना काल में बन्द चल रहे स्कूलों के कारण बच्चों को पढाने के लिए एक से एक नए-नए प्रयोग किये जा रहे हैं। बच्चों को आन लाइन पढाई रास न आने पर कम्पोजिट जूनियर हाई स्कूल पौटा क्षेत्र देवकली के संकुल शिक्षक सुरेन्द्र भारद्वाज ने अनूठा प्रयोग किया है। मुहल्ले में जाकर छह टीचिंग सेंटर बनाकर प्रत्येक सेंटर पर गांव के ही बीटीसी, बीएड प्रशिक्षु वालन्टियर की नियुक्ति कर क्लास चला रहे हैं। इस विद्यालय के प्रधानाध्यापक अवधेश यादव, आशीष कुमार, पंकज कुशवाहा, विजय चक्रवर्ती, अजीत यादव व अजीत प्रताप सभी सेंटरों पर पठन-पाठन का कार्य कर रहे हैं। इसकी गांव के लोग सराहना कर रहे हैं। मेरा विद्यालय मेरा घर नाम देकर कक्षाएं गांव में ही किसी पेड़ या बगीचे के नीचे चलायी जा रही है। बच्चे व अभिभावकों को खूब पसंद आ रहा है।
पठन-पाठन का कार्य सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलता है। मुहल्ले के बच्चे सभी सेंटरों पर समय से उपस्थित हो जाते हैं। बच्चे अपने साथ बैठने के लिए बोरी बिछाकर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए मास्क लगाकर दूर-दूर तक कतार में बैठ जाते हैं। शिक्षक के लिए अपने घर से कूर्सी भी उठा लाते हैं। यहां पोर्टेबल व्हाइट बोर्ड का इस्तेमाल किया जाता है। पठन-पाठन के मामले में यह विद्यालय देवकली ब्लाक में अपना प्रमुख स्थान रखता है। कम्पोजिट जूनियर हाईस्कूल पौटा क्षेत्र देवकली के प्रधानाध्यापक अवधेश नारायण सिंह यादव ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरुप पहले आन लाइन पढाने की कोशिश की, लेकिन बच्चों को लाभ नहीं मिल पाता था। क्योंकि गरीब परिवार में स्मार्ट फोन न होने से अधिकत्तर बच्चे पढ़ने से वंचित रह जाते थे। मेरा विद्यालय मेरे घर की तहत सभी बच्चे आसानी से पढ रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ आन लाइन भी पढाई जारी है। टीम में संकुल शिक्षक सुरेन्द्र भारद्वाज, आशीष कुमार, पंकज कुशवाहा, विजय चक्रवर्ती, अजीत यादव, अजीत प्रताप शामिल हैं।