लव जेहाद का एक मामला उत्तर प्रदेश में आगरा जिले के सिकंदरा थाने से बाल कल्याण समिति तक पहुंचा है। सिकंदरा क्षेत्र की किशोरी को सहारनपुर के इकरार ने नाम बदलकर प्रेम जाल में फंसाया था। घरवालों से झगड़ा होने पर किशोरी घर से चली गई। आरोपित ने पहले कुछ दिन उसे हरियाणा में रखा। बाद में अपने गांव ले गया। वहां उसका धर्म परिवर्तन कराया। उसका नाम इकराना रख दिया। निकाह कर लिया। पुलिस ने आरोपित को अपहरण, दुराचार और पॉक्सो की धारा में जेल भेजा है। बाल कल्याण समिति ने सुनवाई के बाद किशोरी को परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
लॉकडाउन में शास्त्रीपुरम (सिकंदरा) से 17 वर्षीय एक किशोरी लापता हुई थी। पिता ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। किशोरी पिछले दिनों बरामद हुई। उसकी कहानी सुनकर पुलिस वाले भी हैरानी में पड़ गए। फोन पर किशोरी की दोस्ती दानियालपुर, सहारनपुर निवासी इकरार पुत्र निसार से हुई थी। आरोप है कि इकरार ने अपना नाम रवि बताया था। दोनों की दोस्ती फोन पर ही बातचीत के दौरान प्यार में बदल गई। घरवालों ने किशोरी को किसी बात पर डांटा-फटकारा तो गुस्से में उसने घर छोड़ दिया। जाने से पहले घर से अपनी हाईस्कूल व इंटरमीडियट की अंकतालिका व 15 हजार रुपए ले गई।
धर्म परिवर्तन कराने के बाद कर लिया निकाह
फोन करने पर इकरार उसे बस स्टैंड लेने आ गया। वह उसे पहले गुरुग्राम ले गया। वहां दो दिन वे एक होटल में रहे। इसके बाद इकरार उसे हरियाणा के यमुनानगर जिले में ले गया। वहां उसे एक मकान में रखा। आरोपित वहां एक फैक्ट्री में नौकरी करता था। जब उसे लगा कि किशोरी कोई विरोध नहीं कर रही है तो अगस्त में वह उसको अपने गांव ले आया। यहां उसे इमाम से मिलवाया। उसका धर्म परिवर्तन करा दिया। उसका नाम इकराना रख दिया। उसके बाद उससे निकाह कर लिया। तलाश में जुटी पुलिस ने किशोरी को बरामद कर लिया। आरोपित को भी पकड़ लिया।