यूरिया की किल्लत का सामना कर रहे किसानों को एक और संकट से गुजरना पड़ रहा है। धान की फसल में पत्ती रोग लगने से वह परेशान हैं। फसल प्रभावित होने पर लागत निकालना मुश्किल हो जाएगा।
क्षेत्र में खेतों में खड़ी धान की फसल की पत्तियां तेजी से पीली पड़ रही हैं। यदि यही हाल रहा तो धान की पैदावार पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। सेवराईं तहसील क्षेत्र के बारा और आसपास क्षेत्रों में यह देख किसानों की चिता काफी बढ़ गई है। किसानों का कहना है कि अगर रोग का प्रकोप बंद नहीं हुआ तो काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। मोहम्मद शेर खां का कहना है कि धान की फसल में लग रहे रोग के कारण पैदावार प्रभावित होगी। हर साल हम लोगों के सामने एक के बाद एक समस्या आती रहती है। फकरुद्दीन खां ने कहा कि अभी लोग यूरिया के लिए परेशान हैं। ऊपर से धान की फसल में लगने वाला रोग फसल को चौपट कर रहा है। वंशनारायण यादव ने कहा कि इस साल धान की अच्छी फसल को देखकर किसान काफी खुश थे लेकिन रोग से खुशी गायब हो जा रही है। साधन सहकारी समितियों पर यूरिया नहीं मिल रही है। कीटनाशक मिलना तो दूर की बात है।