आजमगढ़ में घाघरा नदी की मुख्यधारा ने महुला गढ़वल बांध के किनारे स्थित गांगेपुर रिंग बांध को मंगलवार की सुबह काट दिया। दोपहर 1 बजे तक 50 मीटर रिंग बांध घाघरा की मुख्यधारा में समाहित हो गया। दर्जनों पेड़ घाघरा नदी की मुख्य धारा में विलीन हो गए हैं। बचाव के लिए रिंग बांध के किनारे लगभग सैकड़ों पेड़ रखे गए थे लेकिन वो भी धारा में नहीं टिक पाए।
बांध कटने से 700 किसानों की फसल बर्बाद हो गई। इसमें गांगेपुर पर्शिया मठिया के किसानों की फसल ज्यादा बर्बाद हुई है। लगभग तीन किलोमीटर लंबा रिंग बांध करोड़ों रुपए की लागत से बना था। डीएम समेत आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।
पिछले एक सप्ताह से घाघरा नदी की मुख्यधारा रिंग बांध के करीब कटान कर रही थी। इस पर उपजिलाधिकारी व अपर जिलाधिकारी ने निरीक्षण कर बचाव के निर्देश दिए थे। किंतु अभी तक कोई ठोस कार्य नहीं होने की वजह से बांध कट गया।
सुबह करीब नौ बजे कटान होते ही मरम्मत कार्य शुरू किया गया। घटनास्थल पर जिलाधिकारी भी 11 बजे पहुंचे। विकास विभाग, जिला पंचायत, बाढ़ खंड विभाग के अधिकारी भी पहुंचे। डीएम ने बाढ़ खण्ड एक्सईएन दिलीप कुमार को तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया।घाघरा नदी की मुख्यधारा मोड़ने के लिए त्वरित उपाय पर जोर दिया।