जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उम्मीदवार चयन के लिए चल रही अंतिम प्रक्रियाओं के बीच दल के क्षेत्रीय प्रभारियों से विस्तृत फीडबैक लिया। उन्होंने दो सप्ताह पूर्व जदयू के क्षेत्रीय प्रभारियों को अपने-अपने प्रभार के जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं और प्रखंड अध्यक्षों से मिलने का निर्देश दिया था। उसकी अगली कड़ी में रविवार को उन्होंने इन प्रभारियों से वन-टू-वन उनके प्रभार के जिलों में स्थित वैसी विधानसभा सीटों को लेकर स्थिति की जानकारी ली, जो जदयू की संभावित सीटें हैं। इस दौरान पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजय चौधरी और ललन सिंह, नविनयुक्त कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी तथा राष्ट्रीय महासचिव संजय झा भी मौजूद रहे।
रविवार की शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार छठे दिन जदयू मुख्यालय पहुंचे। उस दौरान जदयू कार्यालय परिसर में मौजूद सभी लोगों से उन्होंने घूम-घूम कर मुलाकात की। सोशल डिस्टेंस कायम रखते हुए उन्होंने सबका कुशल-क्षेम पूछा। उसके बाद कर्पूरी सभागार में वरिष्ठ नेताओं संग जाकर बैठ गये, फिर एक-एक क्षेत्रीय प्रभारियों को 'वन-टू-वन' बातचीत के लिए अंदर बुलाया। उन्होंने हर प्रभारी से उनके प्रभार के जिले की विधानसभावार जानकारी ली।
सीतामढ़ी के प्रभारी परमहंस कुमार, दरभंगा-मधुबनी प्रभारी अशोक कुमार बादल, कटिहार पूर्णिया प्रभारी कामाख्या नारायण सिंह, सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा प्रभारी ललन सर्राफ, मंजीत सिंह ने सारण और सीवान, डॉ. रणवीर नंदन ने औरंगाबाद और गया, नवीन आर्या ने भोजपुर, रामगुलाम राम ने गोपालगंज और वैशाली, आशिफ कमाल ने समस्तीपुर, डॉ. अमरदीप ने बेगूसराय और खगिड़या, डॉ. विपिन यादव ने मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा, पंचम श्रीवास्तव ने बांका, भागलपुर और जमुई, सुनील कुमार ने रोहतास, कैमूर, बक्सर जबकि अनिल कुमार ने पटना जिला के सभी 14 विधानसभा क्षेत्रों से जुड़े फीडबैक अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को दिए। जदयू के 16 में से 14 क्षेत्रीय प्रभारियों से नीतीश कुमार ने बातचीत की। दो मौजूद नहीं थे।