जिले के 32 प्रभारी चिकित्साधिकारियों ने अपने पद से बुधवार को सीएमओ को अपना लिखित इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा है कि वे चिकित्सा-सेवा कार्य करते रहेंगे किंतु किसी पद की जिम्मेदारी ग्रहण करके नहीं। चिकित्साधिकारियों ने आरोप लगाया है कि प्रशासनिक अधिकारी स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बैठकों में दुर्व्यवहार करते हैं। उन्हें अपने टारगेट की ही परवाह रहती है। स्वास्थ्य कर्मियों के दिन-रात मेहनत को तबज्जो नहीं दी जाती। उनके साथ असम्मानजनक व्यवहार किया जाता है।
बताया जाता है कि जिले के 32 चिकित्साधिकारी भेलूपुर स्थित मुख्य चिकित्साधिकारी के कार्यालय पर दोपहर बाद पहुंचे। उन्होंने सीएमओ बीबी सिंह को लिखित सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस संदर्भ में उन्होंने एडीएम सिटी द्वारा उनको प्रेषित आरोप पत्र के खिलाफ भी आक्रोश देखा गया। चिकित्साधिकारियों ने अपर मुख्य सचिव की बैठक में अनुपस्थित रहने पर मृत एडिशनल मुख्य चिकित्साधिकारी जंगबहादुर को कोविड बार रूम में ड्यूटी लगाने के डीएम के आदेश पर भी नाराजगी जताई। कहा कि डॉक्टर जंग बहादुर दिनरात कर्तव्य कर रहे थे। अस्वस्थता के कारण बैठक में उपस्थित नहीं हो पाए थे। वे हृदय- रोगी थे। डीएम के इस आदेश से काफी दुखी भी थे। अंततः हृदय की बीमारी के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया जहां वे कोरोना पॉजिटिव निकले।