वाराणसी में गंगा चेतावनी बिंदु से केवल तीन मीटर दूर हैं। पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 56 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शुक्रवार की सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर 66.65 मीटर दर्ज किया गया। शनिवार की सुबह जलस्तर 67.21 हो गया। गंगा का चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर है। बढ़ाव की रफ्तार लगातार घट बढ़ रही है। सुबह नौ बजे तक पौने तीन सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गंगा बढ़ रही थीं।
शुक्रवार को दिन में कम होने के बाद रात में इसकी रफ्तार तीन सेंटीमीटर प्रतिघंटा हो गई। आयोग के अनुसार, पानी अभी और बढ़ेगा। साथ ही वृद्धि की गति तेज रहेगी। दशाश्वमेध घाट पर बने जल पुलिस कार्यालय में देर रात तक पानी प्रवेश कर गया।
पास ही दशाश्वमेध घाट पर अति प्राचीन सिद्धपीठ में मां शीतला का मंदिर भी जलमग्न हो चुका है। मंदिर की सभी मुख्य सीढि़यां डूब गईं। बढ़ते जलस्तर ने नाविकों, तीर्थपुरोहितों और घाट के आस-पास दुकान लगाने वालों की हालत खराब कर दी है।
गंगा में बढ़ाव के चलते वरुणा का जलस्तर भी बढ़ गया है। पानी अभी रिहायशी इलाकों से दूर है। तटवर्ती गांवों के खेतों में पानी घुस चुका है और इसके चलते वहां के निवासी सहमे हुए हैं। लोगों ने सामान समेटना शुरू कर दिया है। गंगा में बढ़ाव के बाद सबसे ज्यादा परेशानी वरुणा किनारे वालों को होती है। गंगा के पलट प्रवाह से वरुणा में पहले बाढ़ आती है।