संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ में खोले जाने वाले देश के सबसे बड़े सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का सॉफ्ट लांच 14 अगस्त को होगा। इसके साथ ही यहां के लिए स्टार्टअप के चयन के लिए ओपन चैंलेंज प्रोग्राम भी उसी दिन शुरू होगा और वेबसाइट भी लांच की जाएगी। इस संबंध में तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इसे सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) बना रहा है।
सॉफ्ट लांच का आयोजन वर्चुअल मंच पर किया जाएगा। यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस 15 हजार वर्ग फुट और 22 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ बनाया जाएगा। इसमें पांच साल की अवधि में 50 स्टार्टअप को चुना जाएगा। ये स्टार्टअप मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स और स्वास्थ्य सूचना विज्ञान में काम करेंगे। यहां से कुछ उच्च गुणवत्ता वाले स्वदेशी उत्पादों के निकलने की संभावना है। इसके अलावा नेक्स्ट जेनरेशन इंक्यूबेशन स्कीम के तहत भी यूपी में प्रयागराज व लखनऊ में सेंटर खोले जाने हैं।
इस कार्यक्रम के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की विशेष सचिव ज्योति अरोड़ा, एसटीपीआई के महानिदेशक ओंकार राय, आईटी विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार, एएमटीजेड के सीईओ जितेन्द्र शर्मा, एसजीपीजीआई के निदेशक आर.के. धामन आदि इस मौके पर मौजूद रहेंगे। यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस एसजीपीजीआई, आई टी व इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग, आल इंडिया एसोसिएशन ऑफ़ मेडिकल डिवाइस मैन्युफैक्चरर और आंध्र प्रदेश मेडटेक जोन के सहयोग से बनाया जा रहा है।