चित्रकूट में बारिश के बीच कच्चे मकान की दीवार ढहने से तीन सगी बहनों की मौत हो गई वहीं, फतेहपुर में कच्चा कमरा गिरने से मलबे में दबे एक परिवार के तीन बच्चों की जान चली गई। खबर मिलते ही दोनों जगह राजस्व और पुलिस अफसर मौके पर पहुंच गए। चित्रकूट में रैपुरा थाने कपुरी गांव निवासी अशोक कुमार की तीन बेटियां रीतू (12), शिवदेवी (9) व पूजा (5) शनिवार शाम घर का कुछ सामान लेने पड़ोस की दुकान पर गई थीं।
वापस लौटकर जैसे ही अपने दरवाजे पर पहुंची, घर की कच्ची दीवार भरभराकर उनके ऊपर गिर गई। तीनों बहनें दीवार के मलबे में दब गईं। धमाके की आवाज पर परिजन और पड़ोसी भागकर वहां पहुंचे। जब तक तीनों को मलबे से बाहर निकाला उनकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलते ही एसडीएम और पुलिस अफसर मौके पर पहुंच गए, उन्होंने परिवार को आर्थिक मदद का भरोसा दिया।
वहीं, फतेहपुर जिला स्थित बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के रतवाखेड़ा गांव निवासी सुनील पाल के यहां खेल रहे नौ बच्चों पर शनिवार शाम कच्चा मकान भरभरा कर ढह गया। सभी बच्चे मकान के मलबे में दब गए, ग्रामीणों की मदद से सभी बच्चों को निकालकर बिन्दकी सीएचसी पहुंचाया गया। यहां डाक्टर ने सुनील के दो बेटों शिशुपाल (2), सभाजीत (5) और चचेरे भाई शिवपूजन की 15 वर्षीय बेटी गुड़यिा को मृत घोषित कर दिया। सुनील पाल की चचेरी बहन दो दिन पहले अपने दो बच्चों के साथ उनके आई थी, यह दोनों बच्चे भी बुरी तरह घायल हुए हैं। सभी बच्चों को सीएचसी में भर्ती कर उनका उपचार शुरू किया गया है। हादसे से परिजनों में चित्कार मच गई।