वीर अब्दुल हमीद सेतु गंगा नदी पर चल रहे मरम्मत कार्यों का जायजा लेने के लिए मंगलवार की देर शाम एनएचएआई वाराणसी के परियोजना निदेशक डा. समर बहादुर सिंह अपने मातहतों संग पहुंचे। जहां धीमी गति से चल रहे कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने सेतु पर मरम्मत के दौरान टॉपअप स्लैब को खोदकर उसपर रखे गए लोहे के प्लेट को देखा, जिसमें कमी पाये जाने पर नाराजगी जताई।
उन्होंने उसे हटवाकर उसकी जगह कांक्रिट करने के सख्त निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान ही उन्होंने सेतु ओर पूर्व में जगह-जगह बने ब्रेकर, पुल के दोनों तरफ जमा सील्ट हटाने के निर्देश दिए। मरम्मत में जुटे संबंधित कंम्पनी के इंजीनियर को निर्देश दिया कि माह के अंत तक मरम्मत का काम हर हाल में पूरा कर लिया जाए। निर्देश दिया कि मरम्मत का काम दो शिफ्टों में दिन रात किया जाए। मालूम हो कि मरम्मत कार्य पिछले तीन जुलाई से चल रहा है। जिला प्रशासन द्वारा अगस्त के अंतिम सप्ताह तक मरम्मत को लेकर वाहनों का रूट डायवर्जन किया गया, लेकिन 41 दिन बीत गये मगर आज तक एक भी बेयरिंग नहीं बदली जा सकी, जो कि उदासीनता को दर्शाता है।
इधर, विभाग की माने तो मरम्मत काम सितंबर माह के पहले सप्ताह तक हर हाल में पूरा कर लिया जायेगा। मरम्मत को समय से पूरा करने का दबाव को देखते हुए मरम्मत में जुटी गुजरात की कंम्पनी ने पंद्रह सदस्यीय एक अन्य इंजीनियर दस्ते को गाजीपुर रवाना कर दिया है, जो बुधवार की देर शाम तक पहुंचकर काम में जुट जाएंगे। इस मामलें में एनएचएआई वाराणसी के परियोजना के निर्देशक डा. समर बहादुर सिंह ने बताया कि पुल का मरम्मत कार्य अगले माह के प्रथम सप्ताह में पूरा कर लिया जाएगा। इसके वाद पुल वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। इसका अन्तिम निर्णय जिला प्रशासन को करना है। इस दौरान इंजीनियर पराग पटेल, सुरेश पाल, तपन कुमार ठक्कर, सुरेश कुमात आदि मौजूद रहे।