गंगा का पानी पेयजल और सिंचाई में इस्तेमाल करने के लिए राज्य सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना का शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मोकामा में निरीक्षण करेंगे। यह परियोजना बाढ़ अनुमंडल के हाथीदह मरांची से गया जिले के अबगिला पहाड़ी तक लगभग 200 किलोमीटर की है।
हाथीदह से पाइपलाइन के जरिए गंगा का पानी नालंदा, नवादा और गया शहरों के लिए पेयजल के रूप में सप्लाई की जाएगी जबकि दूसरे चरण में नदी का पानी सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। परियोजना में दो अलग-अलग ढाई मीटर मोटी पाइपलाइन बिछायी जानी है। इसमें एक में पेयजल तथा दूसरे में सिंचाई के लिए पानी आपूर्ति की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि पाइपलाइन उन इलाकों से गुजरेगा जो सूखा क्षेत्र हैं।
नालंदा के बिहारशरीफ, नवादा और गया के अलावा इस रूट में पड़ने वाले छोटे-छोटे शहरों को भी पेयजल आपूर्ति होगी। इससे इस क्षेत्र में पेयजल और सिंचाई की समस्या दूर हो जाएगी। योजना को 2 साल के अंदर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। बरसात में 3 महीने गंगा का पानी हाथीदह से मोटर पंप के जरिए निकाला जाएगा तथा बीच में कई जगहों पर रिवर वायर बनाए जाएंगे। जिसमें पानी स्टोर किया जाएगा, बाद में यही पानी सिंचाई और पेयजल के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।