सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार सुबह गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में कोरोना मरीजों के इलाज की स्थितियों का जायजा लिया। उन्होंने वहां बन रहे 500 बेड के बाल संस्थान को भी देखा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस संस्थान के भवन में तीन सौ बेड का नया कोविड-19 अस्पताल 30 अगस्त तक हर हाल में तैयार करें।
मुख्यमंत्री गोरखपुर के दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार दोपहर पहुंचे थे। मंगलवार की आधी रात को गोरखनाथ मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में वह शामिल हुए। बुधवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में कुछ वक्त गुजारा। मंदिर में पूजा -अर्चना के बाद मुख्यमंत्री बीआरडी मेडिकल कालेज के निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में 70 हजार टीमें डोर टू डोर सर्वे कर कोरोना मरीजों का पता लगा रही हैं। रोज एक लाख से अधिक नमूनों की जांच की जा रही है। अधिक जांच के चलते कोरोना मरीजों की तादाद भी बढ़ रही है।
इस वक्त प्रदेश में कोरोना मरीजों के लिए 1.51 लाख से ज्यादा बेड उपलब्ध हैं। शर्तों के साथ बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन की भी सुविधा दी गई है। लेकिन यदि घर पर अलग से कमरा या बाथरूम नहीं है तो ऐसे लोगों को भी कोविड-19 अस्पताल में आना होगा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों, नेपाल के तराई क्षेत्र और पश्चिमी बिहार से भी लोग इलाज कराने आते हैं। मरीजों की सम्भावित तादाद को देखते हुए यहां बीआरडी के बाल संस्थान में 300 बेड का नया कोविड-19 अस्पताल बनाने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही 100 बेड के टीवी हॉस्पिटल में लेवल-टू और लेवल-थ्री की सभी सुविधाओं के साथ वेंटिलेटर और अन्य जरूरी उपकरणों के इंतजाम का निर्देश भी दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से जंग में लगे लोगों को प्रशिक्षित करना भी बेहद जरूरी है।